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#Serialkiller ने हत्या के जुर्म में जेल में काटे 17 साल, बाहर आकर फिर किया #Murder
भोपाल। इंसान को जेल (Jail) में इसलिए भेजा जाता है ताकि वह अपराध (Crime) ना दोहराए और पिछले गलत कामों से सीख लेकर आगामी जीवन में सुधार लाए। हालांकि कुछ ऐसे लोग भी होते हैं, जिनकी मनोवृत्ति ही अपराध की हो चुकी होती है। एक ऐसा ही मामला मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल में सामने आया है। भोपाल में एक ऐसे शख्स को पुलिस ने हत्या (Murder) के जुर्म में गिरफ्तार किया है जो पहले ही पांच हत्याओं का दोषी था और आजीवन कारावास (Life imprisonment) के तौर पर करीब 17 साल जेल में काट चुका था। यह एक सीरियल किलर (Serial Killer) है।
पुलिस के हत्थे चढ़े व्यक्ति का नाम है मनीराम है। ये ग्यारसपुर जिला विदिशा (Vidisha) का रहने वाला है। साल 2000 में इस पांच लोगों की हत्या के लिए आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई गई थी और इसने 17 साल जेल में काटे। 2017 में आरोपी मनीराम जेल से रिहा हुआ। इसके तीन साल बाद 8 नवंबर, 2020 को भोपाल के सुखी सेवनिया गांव के पास जंगल में एक व्यक्ति का शव बरामद हुआ.
पुलिस ने हत्या केस में की 74 लोगों से पूछताछ
शव के चेहरे को पत्थर से कुचल दिया गया था ताकि पहचान छिपाई जा सके। हालांकि पुलिस ने मृतक की शिनाख्त आदिल वहाब नाम के रूप में कर ली। पुलिस के पास इस ब्लाइंड मर्डर केस का कोई सुराग नहीं था। पुलिस ने जब गहराई से जांच शुरू की तो शुरुआत में ही आरोपी मनीराम का नाम इस हत्या में सामने आया। हत्या के मामले में पुलिस ने करीब 74 लोगों से पूछताछ की थी। आरोपी हत्या के बाद फरार हो चुका था। पुलिस ने जाल बिछाकर मनीराम को दबोचने की तैयारी की। पुलिस ने जब मनीराम को गिरफ्तार किया तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। मनीराम ने पुलिस को बताया कि उसने मृतक युवक आदिल वहाब को खज़ाना दिलाने का झांसा दिया था। इसके बदले में मनीराम ने आदिल वहाब से 17 हज़ार रुपये भी लिए थे।
पैसे देने के बहुत दिनों के बाद भी जब आदिल वहाब को खज़ाना नहीं मिला तो आदिल ने रुपये पैसे लौटाने के लिए मनीराम को कहा। इसके बाद आदिल को मनी राम सुखी सेवनिया के जंगलों में ले गया और वहां पूजा के बहाना कर उससे आखें बंद करवाई। इसके बाद मौका पाते ही मनीराम ने सिर पर पत्थर मार कर आदिल वहाब की हत्या कर दी। आरोपी ने विदिशा ज़िला के ग्यारसपुर में भी इसी तरह खजाना दिलाने के नाम पर पैसे ऐंठ थे, लेकिन लोग जब पैसे वापस मांगने लगे तो उसने पांचों लोगों की हत्या कर दी थी।