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भारतीय ट्विटर koo App से लीक हो रहा यूजर्स का डाटा, फ्रांसीसी विशेषज्ञ ने किया दावा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार और ट्विटर (Twitter) के बीच जारी टकराव के एकाएक बाद कू (koo) ऐप चर्चा में आ गई है। बताया जा रहा है कि ट्विटर और केंद्र सरकार (Twitter and Central Government) के बीच विवाद के बाद कुछ ही दिनों में लाखों लोग इसे डाउनलोड (Koo Download) भी कर चुके हैं। कू ऐप को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी भी काफी पहले मन की बात में बता चुके थे, लेकिन अब एकाएक इसके यूजर्स (Koo Users) में बढ़ोतरी देखी जा रही है। वहीं, अब फ्रांस के सुरक्षा विशेषज्ञ (French Security Specialist) ने ‘कू ऐप’ के यूजर्स को चेतावनी दी है। इसके साथ ही फ्रांसीसी विशेषज्ञ ने कहा है कि इस कू ऐप पर जो अकाउंट बनाए गए हैं उनका डाटा सुरक्षित नहीं है। लोगों के डाटा को लीक (Data Leak) भी किया जा रहा है।
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यह दावा करने वाले हैं फ्रांस के सुरक्षा विशेषज्ञ बैपटिस्ट। उन्होंने दावा किया है कि ट्विटर पर यूज़र्स के अनुरोध के बाद उन्होंने कू ऐप पर 30 मिनट बिताए और देखा कि यह भारतीय माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म यूज़र्स की ईमेल एड्रेस, नाम और जन्मदिन के साथ-साथ कई अन्य जानकारियां लीक कर रहा है। इसको लेकर उन्होंने कई ट्विट भी किए। बैपटिस्ट ने कहा कि हैकर ने ऐप को हैक कर यह साबित किया है कि कू ऐप में यूजर्स की ईमेल, जन्म तिथि, मैरिटल स्टेटस जैसी जानकारियां सुरक्षित नहीं है।
क्या है कू ऐप
कू ऐप एक इंडियन माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट है। इसे मार्च 2020 में लॉन्च किया गया था, लेकिन अब ट्विटर और केंद्र सरकार के बीच टकराव के बाद कू को अचानक काफी लोकप्रियता मिल गई है। ऐसे में साफ है कि कू एक भारतीय माइक्रोब्लॉगिंग साइट है जिसे ट्विटर के विकल्प के तौर पर भारत में लाया गया है। सीधे शब्दों में कहें तो कू एक मेड इन इंडिया ट्विटर है। फिलहाल कू ऐप हिंदी, अंग्रेजी समेत आठ भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है। कू को ऐप और वेबसाइट दोनों तरह से ही इस्तेमाल किया जा सकता है। कू के सह-संस्थापक और सीईओ अप्रमेय राधाकृष्ण हैं।