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अनुराग ने IHBT पालमपुर का किया दौरा, बोले- Lab से खेतों तक पहुंचाएं शोध
Last Updated on March 1, 2021 by Vishal Rana
पालमपुर। वित्त एवं कॉरपोरेट मामले राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर (Union Minister of State for Finance Anurag Thakur) ने आज सीएसआईआर-हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान पालमपुर (IHBT Palampur) का दौरा किया।
वैज्ञानिकों और किसानों को संबोधित करते हुए अनुराग ठाकुर ने संस्थान द्वारा किए जा रहे शोध कार्यों की सराहना करते हुए आशा व्यक्त की कि संस्थान द्वारा विकसित औषधीय, सगंध एवं पुष्प फसलों की कृषि प्रौद्योगिकियों प्रदेश के किसानों को आत्मनिर्भता की ओर ले जा सकतीं हैं। उन्होंने बताया कि सरकार ने देश में वैज्ञानिक गतिविधियों एवं शोध के लिए नेशनल रिसर्च फांउडेशन का गठन किया है, जिसके तहत 50 हजार करोड़ रुपये का बजट में प्रावधान किया गया है। उन्होंने किसानों, उद्यमियों से आह्वान किया कि वे संस्थान द्वारा विकसित व्यवसायिक फसलों को अपने क्षेत्र में पैदा करें और अपनी आय को बढ़ाकर समाज में समृद्धि लाएं। अपने संबोधन में उन्होंने शोध को प्रयोगशाला (Lab) से खेतों तक पहुंचाने का आह्वान किया, ताकि किसान शोध का लाभ उठाकर अपनी फसल का मूल्यवर्धन करके ज्ञान आधारित आर्थिकी की ओर अग्रसर हो सकें। उन्होंने संस्थान के वैज्ञानिकों से अनुरोध किया कि वे किए जा रहे शोध और विकसित प्रौद्योगिकियों का प्रचार-प्रसार करें, ताकि किसान, उद्यमी एवं संबंधित लोग इसको अपनाकर लाभ उठा सकें।
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साथ ही वे किसानों और उद्यमियों के समूहों का गठन करें और फसल विशेष के लिए कलस्टर तैयार हो सके। इसके लिए उन्होंने सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आशवासन भी दिया। उन्होंने संस्थान की शोध सुविधाओं तथा प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने संस्थान में उपस्थित स्टार्टअप (Startup), इनक्यूबेटी, उद्यमियों एवं प्रगतिशील किसानों के साथ विचार-विमर्श करके उनके कार्यों की जानकारी प्राप्त की। उनके द्वारा समारोह में ‘सीएसआईआर अरोमा मिशन’ के अंतर्गत जंगली गेंदा के बीजों का वितरण किया गया। फ्लोरिकल्चर मिशन के अंतर्गत ग्लेडियोलस (Gladiolus) और एल्स्ट्रेमेरिया की रोपण सामग्री का वितरण भी किया। मंत्री की उपस्थिति में संस्थान ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जालंधर के साथ शैक्षणिक एवं शोध एवं विकास पर परस्पर सहयोग के लिए एक समझौता ज्ञापन किया। इसके अतिरिक्त चार उद्यमियों के साथ प्रौद्योगिकी हस्तांतरण एवं उत्पाद विकसित करने के लिए समझौता भी हुआ। इससे पहले अनुराग ठाकुर ने संस्थान के आवासीय परिसर की आधारशिला रखी।
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संस्थान के निदेशक डॉ. संजय कुमार (Dr. Sanjay Kumar, Director of the institute) ने मंत्री का स्वागत करते हुए उन्हें संस्थान की शोध एवं विकास गतिविधियों से अवगत कराया। निदेशक ने मंत्री एवं अतिथियों का स्वागत करते हुए संस्थान की प्रमुख उपलब्धियों एवं गतिविधियों का विवरण प्रस्तुत करते हुए बताया कि शिमेगो संस्थागत रैंकिंग में संस्थान ने सीएसआईआर के 38 संस्थानों में 9 वां स्थान प्राप्त किया है। संस्थान द्वारा किसानों को सुगंधित फसलें विशेषकर जंगली गेंदे को उगाने एवं इसके प्रसंस्करण के लिए अलग-अलग राज्यों में आसवन इकाइयां स्थापित की गईं।
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