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#WTCFinal : दूसरे दिन भी मौसम बना विलेन, भारत ने तीन विकेट खोए
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (World Test Championship) का फाइनल खेला जा रहा है। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल (Final) में भारत और न्यूजीलैंड (India and New Zealand) ही नहीं बल्कि दुनिया भर के क्रिकेट (Cricket) दर्शकों की नजरें है, लेकिन दूसरे दिन भी मौसम मैच में विलेन बना। पहले दिन का खेल तो पूरी तरह बारिश के कारण धुल गया था, लेकिन दूसरे दिन भी फाइनल में दो बार मौसम ने खलल डाला और खबर लिखे जाने तक खेल बारिश के कारण रुका हुआ था।
मैच में व्यवधान पड़ने तक भारत ने तीन विकेट खोकर 146 रन बना लिए थे। हालांकि आपको बता दें कि डब्ल्यूटीसी फाइनल (WTC Finals) के लिए एक दिन रिजर्व रखा गया है, लेकिन पहले दिन का पूरा खेल नहीं हुआ था और दूसरे दिन का भी खेल पूरा नहीं हो पाया था खबर लिखे जाने तक।
"We connected on different levels, we connected on a lot of things off cricket, in life, how we look at things, the larger reason for everything."
The Kane-Kohli friendship, narrated by the duo themselves 🤝#WTC21 Final | #INDvNZ pic.twitter.com/gYmnsqHqvL
— ICC (@ICC) June 19, 2021
आज दूसरे दिन फाइनल का खेल शुरु हुआ था। इसलिए मैच से पहले दूसरे दिन के लिए 98 ओवर का खेल करवाया जाना था,. लेकिन खराब मौसम और खराब रोशनी के चलते ऐसा होना मुश्किल है। पहले दिन की कुछ भरपाई करने के लिए दूसरे दिन सेकंड और थर्ड सेशन में खेल के लिए15-15 मिनट का समय भी बढ़ाया गया था।
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उधर, आज न्यूजीलैंड ने टॉस जीता और बॉलिंग का फैसला किया। फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह (Flying Sikh Milkha Singh) की याद में टीम इंडिया के खिलाड़ी काली पट्टी बांधकर खेलने उतरे। भारत की शुरुआत अच्छी रही और दोनों ओपनर ने मिलकर 50 से ज्यादा रन जोड़े। 62 के स्कोर पर भारत को पहला झटका लगा।
खेल रुकने के समय भारत का स्कोर 146/3 था और दूसरे दिन खबर लिखे जाने तक मात्र 64.4 ओवर्स का ही खेल हुआ था। विराट कोहली 44 और अजिंक्य रहाणे 29 रनबनाकर क्रीज पर जमे हुए हैं। आपको बता दें कि भारत अपने 89 साल के टेस्ट क्रिकेट इतिहास (Test Cricket History) में पहली बार न्यूट्रल वेन्यू पर खेल रही है। भारतीय क्रिकेट टीम के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब भारतीय टीम किसी दूसरी टीम से तीसरे देश में ये मुकाबला खेल रही है। इससे पहले कभी भी ऐसा नहीं हुआ है।