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दशहरे के दिन करेंगे ये उपाय तो जीवन में आएगी सुख-शांति, ऐसे करें प्रायश्चित
हिंदू पंचांग के अनुसार अश्विन मास की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को दशहरा मनाया जाता है। कहते हैं दशहरा के दिन कुछ उपाय करने से जीवन में सुख-शांति आती है। इस दिन घरों में ईष्ट देवता की पूजा के साथ महाकाली की उपासना करें। इस दिन माता लक्ष्मी का पूजन किया जाता है। मान्यता है कि दशहरा पर अस्त्र-शस्त्र का पूजन करने से शत्रुओं से छुटकारा मिलता है। जीवन में तरक्की के रास्ते खुलते हैं। इसके अलावा यदि जाने-अनजाने में आपसे कोई गलती हो गई है और आप अपराधबोध उससे ग्रसित हैं तो दशहरा के दिन प्रायश्चित कर सकते हैं
- दशहरे के दिन नीलकंठ पक्षी के दर्शन करें. ऐसा करना बहुत शुभ होता है। नीलकंठ देखने से पूरे साल जिंदगी खुशहाल रहती है। दशहरा के दिन मां दुर्गा की पूजा करते समय ओम विजयायै नम: मंत्र का जाप करें। इसके साथ ही माता को 10 फल चढ़ाएं। फिर इन फलों को प्रसाद में बांट दें। इस पूजा को दोपहर के समय करें। इसके बाद एक झाडू खरीदें और उसे मंदिर में दान कर दें। इससे नौकरी और व्यापार में उन्नति मिलेगी।
- दशहरे के दिन शमी के पेड़ की पूजा करें। इससे घर में बरकत बनी रहेगी। शमी का पेड़ लगाने के लिए दशहरे के दिन को सबसे ज्यादा शुभ माना गया है क्योंकि इसी दिन कुबेर ने राजा रघु को सोने की मुद्राएं देने के लिए शमी के पेड़ के पत्तों को सोने का बना दिया था इसीलिए विजयदशमी के दिन सोने की पत्ती खरीदी जाती है। व्यापार में तरक्की के लिए दशहरा के दिन एक नारियल को पीले कपड़े में लपेट लें। इस नारियल को एक जोड़े जनेऊ, सवा पान और मिठाई के साथ राम मंदिर में चढ़ाएं। इससे आपको व्यापार में तरक्की मिलेगी।
- यदि आपसे कोई गलती हो गई है और आप अपराधबोध महसूस कर रहे हैं तो इससे राहत पाने के लिए दशहरा का दिन सबसे शुभ है। इस दिन मां काली के सामने बैठकर उनका ध्यान करें। मां काली के सामने तेल का दीपक जलाएं और उस तेल में 11 तिल के दाने डालें। इसके बाद मां काली से अपनी गलती के लिए क्षमायाचना करें। मान्यता है कि ऐसा करने से गलती की माफी भी मिलती है और मां काली की कृपा होती है।
- विजयदशमी के दिन पूजा के बाद कोई भी पौधा घर लेकर आएं और उसकी नियमित तौर पर देखभाल करें. कहा जाता है कि उस पौधे के साथ अपने मन की तकलीफ या उलझन को शेयर करने से मन हल्का होता है। जैसे-जैसे पौधा बढ़ता है कि आपकी तकलीफ कम होती है और घर में सुख-समृद्धि आती है। यदि आपको किसी गलती से वजह से टेंशन हो रही है तो दशहरा के दिन शाम को आटे का चारमुखी दीपक बनाएं। इस दीपक को शमी के पौधे के नीचे रखकर जलाएं। एक बात का खास ध्यान रखें कि ऐसा करते वक्त कोई आपको टोके नहीं और न ही दीपक जलाते समय पीछे मुड़कर देखें।