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World Boxing Championship 2023: नीतू और स्वीटी के बाद निकहत-लवलीना ने भी जीता सोना
भारत की ओलंपिक पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन ने रविवार को महिला मुक्केबाजी विश्व चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल अपने नाम किया। इस विश्व चैंपियनशिप में ये भारत का चौथा गोल्ड मेडल है। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी कैटलीन पारकर के खिलाफ ये मुकाबला काटें की टक्कर का था। पहला राउंड लवलीना ने अपने नाम किया था लेकिन दूसरे राउंड में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने दमदार वापसी की और ये राउंड अपने नाम किया। तीसरे राउंड में तो दोनों खिलाड़ियों के बीच जोरदार टक्कर देखी गई और इसलिए मैच का फैसला रिव्यू के बाद निकला और लवलीना को जीत मिली।
4/4 for India 🇮🇳
Lovlina Borgohain shines once again in the ring 🥊 She becomes the 8th Indian to win a World Championship medal
𝗥𝗨𝗟𝗘𝗥 𝗢𝗙 𝗧𝗛𝗘 𝗥𝗜𝗡𝗚! 💥#WorldChampionships #WBCHDelhi pic.twitter.com/rRpv08juJN
— Doordarshan Sports (@ddsportschannel) March 26, 2023
लवलीना से पहले निकहत जरीन, नीतू, स्वीटी बूरा ने भारत को गोल्ड पदक दिलाए। इन में नीतू और स्वीटी ने शनिवार को पदक जीते और निकहत ने रविवार को । जरीन दो स्वर्ण पदक अपने नाम करने वाली केवल दूसरी भारतीय महिला मुक्केबाज बनी। इस जीत के साथ, निकहत भारत की महान मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम की बराबरी पर आ गई हैं। मैरी कॉम ने भी विश्व चैंपियनशिप में लगातार दो स्वर्ण जीता है। मैरी ने हालांकि इस वैश्विक प्रतियोगिता में रिकॉर्ड छह स्वर्ण पदक जीते हैं।
2️⃣x World Champion 🇮🇳 @nikhat_zareen ’s reaction right after scripting history 🥳🔥@AjaySingh_SG l @debojo_m#itshertime #WorldChampionships #WWCHDelhi @Media_SAI @anandmahindra @IBA_Boxing @Mahindra_Auto @MahindraRise @NehaAnandBrahma https://t.co/29Wd7lBDfx pic.twitter.com/kLcmJzLdcw
— Boxing Federation (@BFI_official) March 26, 2023
निकहत ने दूसरा स्वर्ण पदक जीतने के बाद कहा, “मैं दूसरी बार विश्व चैंपियन बनकर बेहद खुश हूं, खासकर एक अलग वेट कटेगरी में। पूरे टूर्नामेंट में आज का मुकाबला मेरा सबसे कठिन मुकाबला था और चूंकि यह टूर्नामेंट का आखिरी मैच था इसलिए मैं अपनी ऊर्जा का पूरी तरह से उपयोग करना चाहती थी और सब कुछ रिंग में छोड़ देना चाहती थी। यह बाउट का एक रोलर कोस्टर था, जिसमें हम दोनों को चेतावनी के साथ-साथ आठ काउंट भी मिले और यह बहुत करीबी मुकाबला था। अंतिम राउंड में मेरी रणनीति थी कि मैं पूरी ताकत से आक्रमण करूं और जब विजेता के रूप में मेरा हाथ उठा तो मुझे बहुत खुशी हुई। यह पदक मेरे देश और उन सभी के लिए है जिन्होंने पूरे टूर्नामेंट में हमारा समर्थन और हमारी हौसला अफजाई की है।”