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कम की जाएगी इलेक्ट्रिक वाहनों पर मिलने वाली सब्सिडी, बढ़ जाएगी कीमत, बिक्री पर पड़ेगा असर
हमारे देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल (Electric Vehicle) की चलन बढ़ रहा है। आजकल बहुत सारे लोगों ने इलेक्ट्रिक व्हीकल खरीदे हुए हैं। वहीं, बहुत सारे लोग इलेक्ट्रिक व्हीकल खरीदने की सोच रहे हैं। हालांकि, अब आने वाले समय में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स अब के मुकाबले और भी ज्यादा महंगे सकते हैं। जानकारी के अनुसार, केंद्र सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों पर फेम-2 (FAME-2) सब्सिडी को घटाने वाली है। केंद्र सरकार द्वारा इलेक्ट्रिक व्हीकल फेम-2 सब्सिडी में 33 फीसदी तक की कमी की जा सकती है।
बढ़ सकती है कीमत
बता दें कि सब्सिडी (Subsidy) कम होने के कारण टू व्हीलर सेगमेंट में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की कीमत 35 से 40 फीसदी तक बढ़ सकती है।
सेल पर पड़ेगा असर
जाहिर सी बात है कि अगर इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की कीमत बढ़ेगी तो इसका सीधा असर वाहनों की सेल पर पड़ेगा, जो कि इलेक्ट्रिक वाहनों की कंपनियों के मालिक के लिए काफी नुकसानदायक होगा।
क्या है फेम-2 स्कीम
बताया जा रहा है कि फेम-2 स्कीम के तहत इलेक्ट्रिक वाहनों की सब्सिडी को 15000 प्रति किलोवाट से घटाकर 10000 किलोवाट कर दिया जाएगा।
इस समय सबसे महंगा
इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की सब्सिडी कम होने से टीवीएस मोटर और हीरो की इलेक्ट्रिक डिवीजन पर काफी असर देखने को मिलेगा, जो कि इस समय भारत में सबसे महंगा है।
फायदेमंद है इलेक्ट्रिक व्हीकल
गौरतलब है कि इलेक्ट्रिक व्हीकल चलाने के कई सारे फायदे हैं। ईंधन से चलने वाली गाड़ियों के मुकाबले में इलेक्ट्रिक व्हीकल से हजारों रुपए की बचत होती है।
इन बातों का रखें ध्यान
नया इलेक्ट्रिक व्हीकल खरीदते समय कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए। ध्यान रहे कि नई इलेक्ट्रिक कार या इलेक्ट्रिक स्कूटर व बाइक खरीदते समय सबसे पहले ये चेक कर लें कि आपके आसपास ईवी को चार्ज करने की व्यवस्था कहां है। आप चाहें तो अपने घर में भी ईवी का चार्जिंग प्वाइंट लगवा सकते हैं।
चेक करें बैटरी की वारंटी
जैसा कि हम जानते हैं कि इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए सबसे अहम भूमिका बैटरी (Battery) निभाती है। किसी भी इलेक्ट्रिक व्हीकल की बैटरी की कीमत व्हीकल की कुल लागत के लगभग 50 फीसदी होती है। ध्यान रहे कि जिस कंपनी का इलेक्ट्रिक व्हीकल खरीदें उसके संबंधित कंपनी की बैटरी के बारे में भी अच्छे से पता कर लें।
नहीं होती ज्यादा वैयारटी
अन्य गाड़ियों के मुकाबले इलेक्ट्रिक वाहन महंगे होते हैं और इसमें ज्यादा वैयारटी भी नहीं होती है। ऐसे में अपने बजट के अनुसार इलेक्ट्रिक वाहन की पूरी जानकारी पता करने के बाद ही उसे खरीदें।
जानें इंश्योरेंस से जुड़े नियम
इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए इंश्योरेंस (Insurance) खरीदते समय ऐसी पॉलिसी लेनी चाहिए, जिसमें पर्याप्त कवरेज हो। दरअसल, अगर आप कंप्रिहेंसिव कवरेज परचेज करते हैं तो आपको थर्ड पार्टी लायबिलिटी और खुद की वजह होने वाले नुकसान को प्रोटेक्ट करने से बचाता है।
रिपेयरिंग बिल में राहत
ओडी कवरेज (OD Coverage) से दुर्घटना, दंगों, प्राकृतिक आपदा और आग के कारण गाड़ी को हुए नुकसान या चोरी की स्थिति में रिपेयरिंग बिल में राहत मिल सकती है।
मिलता है सिक्योरिटी कवर
वहीं, पर्सनल एक्सीडेंट कवर लेने पर आपको शारीरिक चोट, आंशिक या पूर्ण विकलांगता या मौत के मामले में सिक्योरिटी कवर मिलता है।
क्लेम सेटलमेंट रेश्यो है अहम
ध्यान रहे कि इलेक्ट्रिक वाहन की इंश्योरेंस पॉलिसी (Insurance Policy) खरीदते समय क्लेम सेटलमेंट रेश्यो एक अहम स्टैंडर्ड होता है। ऐसे में जिस कंपनी से आप इंश्योरेंस पॉलिसी खरीद रहे हों उसके बारे में अच्छे से पता कर लें।
जुड़वा सकते हैं एड-ऑन
इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते समय कोई भी व्यक्ति जीरो डेप्रिसिएशन एड-ऑन (Add-ons) भी जुड़वा सकते हैं। हालांकि, इसके लिए व्यक्ति को ज्यादा प्रीमियम देना पड़ता है।
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