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आम आदमी की जेब में डाका, ऊना में मनमाने दाम ले रहे स्टांप विक्रेता, अब रद्द होंगे लाइसेंस
Stamp Venders Taking Extra charges : ऊना। राजस्व और कानूनी कार्यों में इस्तेमाल होने वाले स्टांप पेपर्स (Stamp Papers) लोगों की जेब पर डाका डाल रहे हैं। हाल यह है कि ऊना में प्रशासन की नाक तले निर्धारित से ज्यादा दाम वसूलने का काम किया जा रहा है। वहीं, अभी तक किसी भी अधिकारी ने इस पर संज्ञान ही नहीं लिया है। जिसके चलते जिलावासियों में प्रशासन के प्रति भी रोष है। वहीं प्रशासन ने अब ऐसे स्टांप वेंडर (Stamp Vendor) के लाइसेंस रद्द करने की बात कही है।
कमीशन नहीं मिल रहा तो ले रहे एक्स्ट्रा चार्ज
उधर, स्टांप विक्रेताओं का कहना है कि उन्हें न तो स्टेशनरी चार्ज दिए जा रहे हैं और न ही स्टांप के लिए किसी प्रकार का कोई कमीशन दिया जा रहा है। ऐसे में उन्हें ज्यादा दाम बसूलने किया जा रहा है, इसी के चलते उन्हें अतिरिक्त दाम वसूलने पर मजबूर होना पड़ रहा है। उधर प्रशासन का कहना है कि इस मामले को लेकर शिकायतें मिली है इस पर जांच करते हुए कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी और यदि कोई स्टांप वेंडर ज्यादा दाम वसूल करता पाया गया उसका लाइसेंस भी रद्द किया जा सकता है।
प्रशासन नहीं कर रहा कार्रवाई, लोगों में गुस्सा
वहीं, इस मामले पर स्टांप खरीदने वाले लोगों ने कड़ी आपत्ति जाहिर की है और प्रशासन से इसमें कड़ी कार्रवाई करने की भी मांग उठाई है। लोगों का कहना है कि कई बार कानूनी कार्यों के लिए एफिडेविट आदि बनाने के लिए स्टांप पेपर खरीदने पड़ते हैं लेकिन हालात यह है कि स्टांप पेपर के निर्धारित दाम से ज्यादा वसूल किया जा रहे हैं जिसके चलते उनकी जेब पर अतिरिक्त बोझ बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की नाक के तले पूरा खेल चल रहा है लेकिन आज तक कई शिकायत करने के बावजूद प्रशासन ने इस मामले पर कोई कार्रवाई नहीं की है।
स्टांप वेंडर्स के खिलाफ कार्रवाई होगी
उधर, अतिरिक्त उपायुक्त महेंद्र पाल गुर्जर का कहना है कि स्टांप पेपर के ज्यादा दाम वसूलने को लेकर प्रशासन के पास शिकायतें पहुंची हैं। उन्होंने कहा कि जल्द इस मामले की जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने वाले स्टांप वेंडर्स के खिलाफ कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि तय से ज्यादा दाम वसूलने वाले स्टांप वेंडर्स के लाइसेंस भी रद्द किए जा सकते हैं।