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पितरों की मृत्यु की तिथि न हो याद तो इस दिन करें श्राद्ध, जानिए क्या है सही विधि
हिंदू धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व बताया गया है. सभी पितरों का श्राद्ध (Shradh) पितृ पक्ष में ही किया जाता है. मान्यता है कि श्राद्ध करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है और उनका आशीर्वाद हमेशा आपके साथ रहता है। इस वर्ष पितृपक्ष 28 सितंबर से 14 अक्टूबर तक लगने वाला… Continue reading पितरों की मृत्यु की तिथि न हो याद तो इस दिन करें श्राद्ध, जानिए क्या है सही विधि
हलषष्ठी का व्रत है कल, जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व
हिंदू धर्म में हल षष्ठी (Hal Shashti) के व्रत का विशेष महत्व होता है। पंचांग के अनुसार हल षष्ठी हर वर्ष भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाई जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस तिथि पर भगवान कृष्ण (Lord Krishna) के बड़े भाई बलराम जी (Lord Balarama) का जन्म हुआ था।… Continue reading हलषष्ठी का व्रत है कल, जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व
भगवान शिव के खिलाफ टिप्पणी मामलाः चिकित्सक नदीम 14 दिन की न्यायिक हिरासत में
ऊना। भगवान शिव के खिलाफ सोशल मीडिया पर अश्लील टिप्पणी करने के आरोपी चिकित्सक नदीम अख्तर की हाई कोर्ट में जमानत रद्द होने पर गिरफ्तारी के बाद बुधवार बाद दोपहर उसे स्थानीय अदालत में पेश किया गया। जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत के फरमान जारी करते हुए बनगढ़ कारागार में भेज दिया… Continue reading भगवान शिव के खिलाफ टिप्पणी मामलाः चिकित्सक नदीम 14 दिन की न्यायिक हिरासत में
शिव प्रदोष व्रत पर इस विधि से करें भोलेनाथ की पूजा, दूर होंगे सारे संकट
भगवान शिव की आराधना का माह चल रहा है। इस साल शिव पूजा एक माह नहीं बल्कि दो महीने तक होगी। सावन माह में पड़ने वाली शिवरात्रि और प्रदोष व्रत का भी विशेष महत्व है। माना जाता है कि प्रदोष व्रत भगवान शिव को प्रसन्न करने और मनोकामनाएं पूरी करने वाला होता है। प्रथम प्रदोष… Continue reading शिव प्रदोष व्रत पर इस विधि से करें भोलेनाथ की पूजा, दूर होंगे सारे संकट
गुप्त नवरात्र में दुर्गा सप्तशती का पाठ है फलदायक
नवरात्र के दौरान सामान्य तरीके से पाठ करने पर जो भी फल होता है, वो जरूर प्राप्त होता है, लेकिन तांत्रिक क्रियाओं के लिए यदि इस ग्रंथ का उपयोग किया जा रहा हो, तो उस स्थिति में पूरी विधि का पालन करते हुए ग्रंथ को शापमुक्त करना जरूरी है।
भगवान शिव और उनकी वेशभूषा से जुड़े प्रतीक चिन्ह
यज्ञ की भस्म में वैसे कई आयुर्वेदिक गुण होते हैं। प्रलयकाल में समस्त जगत का विनाश हो जाता है, तब केवल भस्म (राख) ही शेष रहती है। यही दशा शरीर की भी होती है।
अनमोल हैं भगवान शिव से जुड़ी ये सारी वस्तुएं, आपको बताते हैं इनका महत्व
शिव का यह नेत्र आधा खुला और आधा बंद है। यह इसी बात का प्रतीक है कि व्यक्ति ध्यान-साधना या संन्यास में रहकर भी संसार की जिम्मेदारियों को निभा सकता है।
यहां पर बना 25 फीट का शिवलिंग, दर्शन करने पैदल आते हैं भक्त
बताया जाता है कि माता अंजनी ने यहां मुक्ति पाने के लिए तपस्या की थी और भगवान शिव (Lord Shiva) ने दर्शन दिए थे तभी से यहां पर प्राकृतिक तौर पर बर्फ का शिवलिंग बनता है।
महाशिवरात्रि 2021: राशि के अनुसार करें भोले बाबा को प्रसन्न
कुंभ राशि वाले लोगों को महाशिवरात्रि में घी, शहद, शक्कर और बादाम के तेल से महामृत्युञ्जय मंत्र का जाप करते हुए अभिषेक करें।
अपनी राशि के अनुसार इन चीजों से करेंगे शिव का रुद्राभिषेक तो पूरे होंगे सभी काम
अगर आपके लिए हर रोज शिव आराधना करना संभव नहीं हो तो सोमवार के दिन आप शिव पूजन और व्रत करके शिव भक्ति को प्राप्त कर सकते हैं।