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निजी बस ऑपरेटर के बयान के बाद HRTC संयुक्त समन्वय समिति ने आर-पार की लड़ाई का किया ऐलान
शिमला। निजी बस ऑपरेटर द्वारा HRTC को रूट रद्द करने की दी गयी चेतावनी को लेकर एचआरटीसी संयुक्त समन्वय समिति ने निजी बस ऑपरेटर (Private Bus Operator) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। निजी बस ऑपरेटर के बयान के बाद संयुक्त समन्वय समिति ने आर पार की लड़ाई का एलान कर दिया है। निजी बस… Continue reading निजी बस ऑपरेटर के बयान के बाद HRTC संयुक्त समन्वय समिति ने आर-पार की लड़ाई का किया ऐलान
बोले बिक्रम ठाकुर- निजी बस ऑपरेटर संघ की मांगों पर किया जाएगा विचार
संघ के पदाधिकारियों ने परिवहन मंत्री को अपनी विभिन्न मांगों से अवगत करवाया। साथ ही उन्होंने बताया कि पेट्रोल-डीजल महंगे होने के कारण बसों का संचालन मुश्किल हो गया है।
निजी बस ऑपरेटर खरीदना चाहते हैं इलेक्ट्रिक बसें, सब्सिडी व ग्रांट इन एड मांगी
हिमाचल में यात्री बस परिवहन क्षेत्र को बचाने के लिए सरकार के तत्काल हस्तक्षेप की आवश्यकता है और इस दौर में ऑपरेटरों को नई तकनीक की तरफ बढ़ना ही पड़ेगा।
फ्रंटलाइन वर्कर्स घोषित ना होने से निजी बस ऑपरेटर खफा, लगाया यह आरोप
उन्होंने कहा कि प्रदेश के समस्त निजी बस ऑपरेटरों में इसको लेकर रोष है। वह अपने आप को प्रदेश सरकार की तरफ से ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
कल किसान यूनियनों का चक्का जाम, Kangra निजी बस ऑपरेटर यूनियन का यह फैसला
बैठक की जानकारी देते हुए जिला कांगड़ा निजी बस ऑपरेटर यूनियन के अध्यक्ष हैप्पी अवस्थी ने बताया कि यूनियन चक्का जाम का समर्थन नहीं करती है।
Kangra निजी बस ऑपरेटर चाहते हैं किराया बढ़ोतरी, कितना बढ़े- सरकार पर छोड़ा
करीब पांच माह से अधिकतर बसें रूट पर नहीं चली हैं, जिस वजह से वहां सवारियों को अभी विश्वास नहीं है कि बसें पूर्व की तरह फिर से अपनी सेवाएं देंगी।
Cabinet की आहट सुनते ही निजी बस ऑपरेटर संघ ने परिवहन मंत्री से की मुलाकात, जाने क्या हैं कारण
बस ऑपरेटर की मांग है कि एसआरटी और टोकन टैक्स 31 मार्च, 2021 तक माफ करने के अलावा अन्य राज्यों की तर्ज पर किराए में वृद्धि करने सहित 6 सूत्रीय मांगे रखी गए हैं।
हड़ताल में शामिल नहीं होगा Himachal निजी बस ऑपरेटर संघ
संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेश पराशर और महासचिव रमेश कमल ने कहा है कि 8 जनवरी की प्रस्तावित हड़ताल से निजी बस ऑपरेटर संघ का कोई लेना देना नहीं है।
सरकार के फैसले पर निजी बस ऑपरेटर्स का फूटा गुस्सा, शुरू हुआ घमासान
ऊना। हिमाचल प्रदेश के परिवहन विभाग द्वारा निजी बस ऑपरेटरों (Private Bus Operators) के लिए लागू की गई नई शर्त का विरोध शुरू हो चुका है। दरअसल, इस सरकारी फरमान के मुताबिक किसी भी बस को परमिट मिलने के 8 साल तक ही वह काम कर पाएगी इसके बाद उसे कबाड़ (Scrap) घोषित कर दिया… Continue reading सरकार के फैसले पर निजी बस ऑपरेटर्स का फूटा गुस्सा, शुरू हुआ घमासान