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महाशिवरात्रिः किन-किन फूलों से पूजा करने से कौन-कौन सी मनोकामनाएं होंगी पूरी, जानें यहां
भगवान शिव को प्रसन्न करने का इस दिन विशेष महत्तव होता है। पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक इस दिन शिव और शक्ति का मिलन हुआ था।
भोले की भक्ति के रस में डूबा हिमाचल, महाशिवरात्रि पर महादेव के मंदिरों में लगा भक्तों का मेला
महाशिवरात्रि पर्व के उपलक्ष में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने बनौड़े महादेव मंदिर पहुंचकर भगवान भोलेनाथ के अर्धनारीश्वर रूप का अभिषेक किया और विधिवत पूजा अर्चना की।
महाशिवरात्रिः मंडी में निकली लघु जलेब, प्राचीन हवन कुंड में किया हवन
डीसी ने टारना माता मंदिर में बड़ा देव कमरुनाग व टारना माता की भी पूजा अर्चना की। इसके बाद राज माधव राय मंदिर से लेकर बाबा भूतनाथ मंदिर तक भव्य शोभायात्रा निकाली गई
महाशिवरात्रिः भोलेनाथ के रंग में रंगी छोटी काशी ,मंदिर में लगी भक्तों की लंबी कतारें,
मंडी के नाचन क्षेत्र के प्रसिद्ध पांडवकालीन महादेव मंदिर सहित अन्य शिवालयों में रात 12 बजे से ही भक्तों की भीड़ लगनी शुरु हो गई। भोले के भक्तों का जय भोलेनाथ, बम-बम भोले के उदघोषों से मंदिर का प्रांगण गुंजायमान हो रहा है।
महाशिवरात्रि पर बन रहा त्रिग्रही योग, चमक जाएगी इन चार राशियों की किस्मत
इस वर्ष महाशिवरात्रि का पर्व 18 फ़रवरी यानि शनिवार को मनाया जाएगा, अर्थात इस दिन शनि प्रदोष भी होगा। इस दिन शनि के साथ सूर्य और चंद्रमा की युति बन रही है।
ऐतिहासिक काठगढ़ मंदिर का ज़िला स्तरीय महाशिवरात्रि महोत्सव शुरू, निकाली भव्य शोभा यात्रा
उन्होंने कहा कि इन आयोजनों का महात्म्य किसी न किसी देवी-देवता के नाम से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि ऐसे पर्वों का आयोजन पीढ़ियों से करवाया जा रहा है।
महाशिवरात्रि महोत्सव के लिए सज गई छोटी काशी और पड्डल मैदान
देवता सबसे पहले मंडी के राजा राज माधव राय से मिलेंगे और उसके बाद शिवरात्रि महोत्सव में 7 दिनों तक भाग लेंगे। वहीं पड्डल मैदान में पंडाल लग चुके हैं, बाहर दुकानों सजने लग गई हैं।
महाशिवरात्रि 2023 : जानिए पूजा का मुहूर्त, व्रत विधि और चार प्रहर का शुभ समय
प्रत्येक पहर की पूजा में ऊं नम: शिवाय का जप करते रहना चाहिए। अगर शिव मंदिर में यह जप करना संभव ना हो, तो घर की पूर्व दिशा में, किसी शान्त स्थान पर जाकर इस मंत्र का जप किया जा सकता है।
महाशिवरात्रि पर क्या है चार प्रहर की पूजा का महत्व, यहां जानें
रात के चारों प्रहरों में जागकर शिव जी का अभिषेक करना चाहिए। कहते हैं शिवरात्रि पर शिव जी और पार्वती जी पृथ्वी के भ्रमण पर निकलते हैं। इस रात में जो लोग भक्ति करते हैं, उन्हें शिव-पार्वती की विशेष कृपा मिलती है।
महाशिवरात्रि पर अपनी राशि के अनुसार करें शिव अभिषेक, दूर होंगे संकट
यदि आप इस महाशिवरात्रि पर अपनी राशि के अनुसार शिवलिंग पर अभिषेक करेंगे तो यह अत्यधिक फलदायी रहेगी। आप के सभी कष्ट दूर होंगे और मनोरथ भी पूरे होंगे।