-
Advertisement
Results for "स्वतंत्रता सेनानी "
महान स्वतंत्रता सेनानी भाई हिरदा राम की जयंती मनाई
Shamsher Singh, grandson of Bhai Hirda Ram, said that apart from the installation of the idol in his grandfather’s mandi, there was no recognition from the state or central governments.
हाईकोर्ट के आदेश- स्वतंत्रता सेनानी की विधवा को 1974 से बकाया पेंशन दें केंद्र सरकार
स्वर्गीय धनी राम को एक स्वतंत्रता सेनानी के रूप में डीसी बिलासपुर ने स्वीकार किया और उन्हें एक पहचान पत्र भी जारी किया गया था। धनी राम के पेंशन अनुदान के अनुरोध पर राज्य द्वारा विचार नहीं किया गया।
Himachal : राजपरिवार की सुख सुविधाएं छोड़ स्वतंत्रता सेनानी बनी रानी खैरगढ़ी की प्रतिमा स्थापित
वह क्रांतिकारी आंदोलनों से जुड़ने वाली हिमाचल के पर्वतीय क्षेत्र के राजघराने की पहली महिला थी जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और रानी खैरगढ़ी के नाम से प्रसिद्ध हुई।
Himachal का जवान और स्वतंत्रता सेनानी का पोता द्रास में देश सेवा करते शहीद
कारगिल युद्ध के बाद से द्रास सेक्टर में भारतीय सेना की सुरक्षा व्यवस्था हाई अलर्ट पर रहती है। देश रक्षा में आर्टिलरी रेजिमेंट की एक अहम भूमिका होती है।
पंचतत्व में विलीन हुए स्वतंत्रता सेनानी सत्यमित्र बख्शी, Una में ससम्मान हुई अंत्येष्टि
स्वतंत्रता सेनानी माता-पिता के घर जन्मे सत्य मित्र को भारत की स्वतंत्रता के प्रति अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ खड़े होने का जज्बा विरासत में मिला था। सत्य मित्र बक्शी के बड़े भाई सत्य प्रकाश बागी और छोटे भाई सत्यभूषण बख्शी भी स्वतंत्रता सेनानी रहे हैं।
स्वतंत्रता सेनानी को अंतिम विदाई
ऊना। स्वतंत्रता संग्राम में बढ़ चढ़कर भाग लेने वाले ऊना के वयोवृद्ध स्वतंत्रता सेनानी सत्यमित्र बख्शी पंचतत्व में विलीन हो गए। शुक्रवार को स्वतंत्रता सेनानी सत्य मित्र बख्शी की अंत्येष्टि ऊना के श्मशान घाट पर की गई। बख्शी का निधन गुरुवार को जिला मुख्यालय की कांग्रेस गली स्थित उनके आवास पर हो गया था। वह… Continue reading स्वतंत्रता सेनानी को अंतिम विदाई
नहीं रहे सबसे वयोवृद्ध स्वतंत्रता सेनानी सत्यमित्र वख्शी, 94 वर्ष की आयु में निधन
माता-पिता के साथ दोनों भाई (सत्य प्रकाश बागी बड़े व सत्य भूषण शास्त्री छोटे भाई) भी स्वतंत्रता संग्राम में आजादी का नारा लेकर बुलंद करते रहे।
स्वतंत्रता दिवस 2020: हिमाचल की तीर्थन घाटी के स्वतंत्रता सेनानी स्व.मनीराम चौधरी किए याद
उन्हें नौ माह तक रंगून तथा वर्मा की जेलों में भी कैदी बना कर रखा गया। यहां से छुटकारा मिलने के बाद वे तीन माह तक जिगरकच्छ व कलकत्ता की जेलों में भी बन्दी रहे। उन्हें 17 जनवरी,1946 को जेल से रिहा किया गया था।