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Results for " चपाती"
Kangra जिला में आवश्यक वस्तुओं के दाम निर्धारित, तवा 5 तो तंदूरी चपाती 7 रुपये
मीट बकरा, मेढ़ा प्रति किलो 400 रुपये, मुर्गा ब्रायलर, ड्रैस्ड प्रति किलो 180 रुपये, मीट सूअर प्रति किलो 250 रुपये, मछली कच्ची 250 रुपये प्रति किलो बेची जाएगी।
इस जिला में 430 रुपए किलो बिकेगा बकरे का मीट, तंदूरी चपाती 8 रुपए
तंदूरी चपाती 8 रुपए प्रति चपाती, चपाती तवा 7 रुपए प्रति, परांठा 25 रुपए प्रति व दो पूरी चना और दही सहित 40 रुपए प्रति प्लेट दाम तय किए गए हैं।
चीड़ की पत्तियों का ऐसा इस्तेमाल, जंगल हो रहे निहाल, जेब हुई मालमाल
वी कुमार/ मंडी। गर्मियों के मौसम में चीड़ की जो पत्तियां जंगलों की आग का मुख्य कारण बनती हैं, उन का कुछ ऐसे इस्तेमाल किया जा रहा है कि जंगल भी सुरक्षित बच रहे हैं और आमदनी भी हो । जाईका (जापान इंटरनेशनल कोऑप्रेशन एजेंसी) परियोजना के तहत वन मंडल मंडी में विभिन्न स्वयं सहायता… Continue reading चीड़ की पत्तियों का ऐसा इस्तेमाल, जंगल हो रहे निहाल, जेब हुई मालमाल
नवरात्र में उपवास कर रहे हैं तो रात को खाएं ये हेल्दी चीजें
आलू को उपवास के दौरान विशेष रूप से सेंधा नमक के साथ बनाया जाता है। इसे आप कुट्टू की पूरी या चपाती के साथ खा सकते हैं। इससे आपका पेट भी भरा रहेगा और पाचन भी ठीक रख सकते हैं।
सूर्य देव को समर्पित है छठ पूजा, जानिए कितने दिन चलती है पूजा और क्या है विधि
ये त्यौहार परिवार और बच्चों की शांति, समृद्धि और भलाई के लिए आशीर्वाद प्राप्त करने की मान्यता के के साथ मनाया जाता है इसलिए पूजा के दौरान किसी से नाराज न हों।
हिमाचल में जमाखोरी-मुनाफाखोरी नहीं चलेगी, ये आदेश हुए हैं जारी
जिला ऊना (Una) में बकरे व भेड़ का मीट 430, सूअर का 250 तथा चिकन बॉयलर 170 रुपए प्रति किलोग्राम जबकि मछली, मत्स्य विभाग द्वारा निर्धारित अधिकतम मूल्य पर बिक सकेगी।
लोहड़ी नाम कहां से आया ? जानिए इस दिन क्यों जलाई जाती है आग
उत्तर भारत में लोहड़ी का त्योहार बड़े धूमधाम से मनाया जाता है खासतौर पर पंजाब में तो लोहड़ी (Lohri) की खूब धूम रहती है। इस साल लोहड़ी का पर्व 13 जनवरी यानी बुधवार को मनाया जाएगा। लोहड़ी के समय किसानों के खेत लहलहाने लगते हैं और रबी की फसल कटकर आती है। नई फसल के… Continue reading लोहड़ी नाम कहां से आया ? जानिए इस दिन क्यों जलाई जाती है आग
क्यों करते हैं लोग रात में चावल खाने से परहेज, क्या है सही और क्या गलत
, रात में हाई कार्बोज़ युक्त भोजन खाया जा सकता है क्योंकि वे ग्लूकोज में बदल जाता है। रात में, ग्लूकोज आसानी से ऊर्जा में परिवर्तित हो जाता है। जब चावल को दिन में खाया जाता है, तो ग्लूकोज वसा में परिवर्तित हो जाता है।
Himachal के इस जिले में बकरे का मीट 500 रुपये किलो, चिकन 260
मटर पनीर 80 रुपये प्रति प्लेट, चावल 50 रुपये प्लेट, दाल 40 रुपये प्लेट, सब्जी 40 रुपये प्लेट ,चावल- दाल तीन चपाती या सब्जी 80 रुपये प्रति प्लेट मिलेगी।
Himachal के इस जिला में मटन 450 तो चिकन 220 रुपये प्रति किलो बिकेगा
दूध व अन्य दुग्ध उत्पादों के मूल्य में स्थानीय कच्चा दूध 30 व बॉयल्ड 32 रुपये प्रति लीटर बिकेगा, जबकि पैकेड दूध का दाम प्रिंट रेट के अनुसार बिकेगा।