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Results for " हर साल किसानों"
अब हर साल किसानों को 6000 के साथ मिलेंगे 36000 रुपए, करना होगा ये काम
पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत हर महीने किसानों को बिना दस्तावेज दिए 3000 रुपए मिल सकते हैं यानी सालाना 36000 रुपए मिल सकते हैं।
भड़के आउटसोर्स कर्मियों का प्रदर्शन, 58 साल तक नौकरी की अधिसूचना जारी करने की मांग
Outsourced Workers: शिमला। प्रदेश में विभिन्न विभागों में कार्यरत आउटसोर्स कर्मियों (Outsourced Workers) ने आज विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन चौड़ा मैदान में सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन (Protest) किया। आउटसोर्स कर्मी सरकार से उनके लिए नीति बनाने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि अगर, सरकार ऐसा नहीं करती है… Continue reading भड़के आउटसोर्स कर्मियों का प्रदर्शन, 58 साल तक नौकरी की अधिसूचना जारी करने की मांग
कुल्लू की तीर्थन घाटी के पहाड़ों पर साल की पहली बारिश-बर्फबारी का दौर
First snowfall: तुलसी/कुल्लू। हिमाचल प्रदेश जिला कुल्लू के उपमंडल बंजार की तीर्थन (Tirthan) व जिभी घाटी सहित ऊंचाई वाले क्षेत्रों में इस साल की पहली बारिश और बर्फबारी (Snowfall) का दौर शुरू हो गया है। इसके साथ ही घाटी के निचले क्षेत्रों में खूब बारिश की बौछारें बरसी है। करीब तीन माह से जारी सूखाग्रस्त… Continue reading कुल्लू की तीर्थन घाटी के पहाड़ों पर साल की पहली बारिश-बर्फबारी का दौर
MLA Priority Meeting: साल 2024-25 के लिए 9990 करोड़ रुपये की होगी हिमाचल की वार्षिक योजना
MLA Priority Meeting: लेखराज धरटा/शिमला। साल 2024-25 के लिए हिमाचल प्रदेश की वार्षिक योजना (Annual Plan Of Himachal Pradesh) का आकार करीब 9990 करोड़ रुपए होगा। यह 2023-24 के लिए तय वार्षिक योजना से करीब 466 करोड़ रुपए अधिक है। 2023-24 की वार्षिक योजना 9523.82 करोड़ की थी। इसका ऐलान सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने… Continue reading MLA Priority Meeting: साल 2024-25 के लिए 9990 करोड़ रुपये की होगी हिमाचल की वार्षिक योजना
एक साल में प्रदेश की आर्थिकी 20% ही सुधरी, पेप्सी प्लांट से युवाओं को मिलेगा रोजगार
कांगड़ा। सीएम ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज जिला कांगड़ा के इंदौरा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत कंदरोड़ी (Kandrodi) में 268 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले वरुण बेवरेजेस लिमिटेड के पेप्सी बॉटलिंग प्लांट (Pepsi Bottling Plant) की आधारशिला रखी। कांगड़ा जिला में इतने बड़े निवेश से लगने वाला यह पहला उद्योग है। इससे क्षेत्र… Continue reading एक साल में प्रदेश की आर्थिकी 20% ही सुधरी, पेप्सी प्लांट से युवाओं को मिलेगा रोजगार
ऊना में गरजे सत्ती: किसानों से गोबर नहीं खरीदा तो CM हाऊस के बाहर फेंकेंगे गोबर
सुनैना जसवाल/ ऊना। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार का एक साल का कार्यकाल (Himachal Govt First Anniversary) पूरा होने पर BJP ने सोमवार को राज्य के सभी 12 जिलों में आक्रोश रैली (Akrosh Rally) का आयोजन किया। ऊना (Una) जिला मुख्यालय के एमसी पार्क में बीजेपी के धरना-प्रदर्शन पर जमकर नारेबाजी हुई। BJP के पूर्व… Continue reading ऊना में गरजे सत्ती: किसानों से गोबर नहीं खरीदा तो CM हाऊस के बाहर फेंकेंगे गोबर
शिमला: सीटू के बैनर तले किसान-मजदूरों का राज्य सचिवालय के बाहर धरना
शिमला। केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों के विरोध में किसानों और मजदूरों (Farmers And labors) ने सीटू के बैनर तले शनिवार से छोटा शिमला स्थित राज्य सचिवालय (Himachal Secretariat) के बाहर हल्ला बोल शुरू कर दिया। तीन दिन तक चलने वाले इस धरने (Agitation) में भाग लेने के लिए राज्य के विभिन्न स्थानों से… Continue reading शिमला: सीटू के बैनर तले किसान-मजदूरों का राज्य सचिवालय के बाहर धरना
हरित क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन का निधन, देश को बचाया था भुखमरी से
नई दिल्ली। भारत के प्रख्यात कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन (Renowned Agriculture Scientist MS Swaminathan) का गुरुवार को चेन्नई में निधन हो गया। वे 98 साल के थे। स्वामीनाथन को भारत में हरित क्रांति (Green Revolution) का जनक माना जाता है। उनका जन्म 7 अगस्त, 1925 को हुआ था। कृषि के क्षेत्र में विशेष योगदान के… Continue reading हरित क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन का निधन, देश को बचाया था भुखमरी से
3 महीने में ही 30 रुपए किलो महंगी हुई अरहर दाल अब अफ्रीका से मंगवाएंगे
देश में अगर कोई दाल सबसे ज्यादा बार महंगी होती आई है तो वो अरहर (Arhar) है। इस बार भी 3 महीने में ही अरहर की दाल में 30 रुपए का इजाफा (Price rise 30 rupee in a three month) हो चुका है। दामों में लगातार उछाल के बाद सरकार (Govt) ने प्रयास किए और… Continue reading 3 महीने में ही 30 रुपए किलो महंगी हुई अरहर दाल अब अफ्रीका से मंगवाएंगे
हिमाचल प्रदेश में गहराया खाद का संकट, बागवान हुए परेशान
हिमाचल प्रदेश में खाद का संकट गहरा गया है। बागवान और किसान हिमफेड केंद्रों का चक्कर काट रहे हैं। बर्फबारी से पहले बागीचों में खाद डालना जरूरी होता है मगर ना मिलने से परेशानी सामने आ रही है।