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जिन माता-पिता ने दिया जन्म, उन्हीं के साथ नहीं रहना चाहती नाबालिग, कहीं और लिया आश्रय- जानिए मामला
Last Updated on December 8, 2020 by Vishal Rana
मंडी। जिला के गुम्मा क्षेत्र में एक नाबालिग लड़की (Minor Girl) का जबरन बाल विवाह (child marriage) करवाए जाने का मामला सामने आया है। हालांकि, लड़की के परिजनों का कहना है कि अभी सगाई ही की है, विवाह नहीं। वहीं, नाबालिग लड़की ने बताया कि परिजन उस पर शादी का दबाव डाल रहे हैं और मना करने पर परिजन मारपीट (Beating) करते हैं। मामला आने के बाद बाल कल्याण समिति मामले में आगामी कर्रवाई कर रही है। चाइल्ड लाइन मंडी के केंद्रीय समन्वयक अच्छर सिंह ने जानकारी दी है कि उनके कार्यालय को टोल फ्री नंबर 1098 पर गुम्मा क्षेत्र की एक नाबालिग लड़की के जबरन विवाह की सूचना प्राप्त हुई। इस संबंध में जिला बाल संरक्षण इकाई, बाल विकास परियोजना अधिकारी, स्थानीय ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों एवं पुलिस ने संयुक्त तौर बालिका के घर की छानबीन की गई। टीम द्वारा उनके परिजनों को बाल विवाह अधिनियम की जानकारी दी गई। उन्हें बताया गया कि बाल विवाह कानूनी अपराध है और इसमें सजा का प्रावधान है। बालिका के परिजनों ने बताया कि बालिका की सगाई की गई है और अभी उसका विवाह नहीं किया गया है।
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बालिका ने बताया कि वह अपने घर पर अपने माता-पिता के साथ नहीं रहना चाहती है। टीम ने बालिका को रेस्क्यू करके बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया है। बाल कल्याण समिति ने बालिका को 9 दिसंबर तक का अस्थाई आश्रय दिया है। काउसिलिंग के दौरान बालिका ने बताया है कि उसकी मर्जी के खिलाफ 2 नवंबर को उसकी सगाई कराई गई तथा बालिका पर विवाह का दबाव डाला जा रहा है। बालिका के परिजन उसके साथ मारपीट करते हैं। बालिका ने छह कक्षा तक पढ़ाई की हुई है तथा बालिका गरीब परिवार से संबंध रखती है। बाल कल्याण समिति के समक्ष 7 दिसंबर को बालिका व उसके परिजन एवं लड़का पक्ष के व्यक्ति पेश हुए।
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