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नई दिल्ली। नीदरलैंड्स (Netherlands) में बचपन में रेप (raped) का शिकार हुई 17 वर्षीय किशोरी नोआ पोथोवन ने कई साल डिप्रेशन से पीड़ित रहने के बाद इच्छामृत्यु (Euthanasia) के ज़रिए अपना जीवन समाप्त (ended life) कर लिया। मृत्यु से कुछ दिन पहले इंस्टाग्राम (Instagram) पोस्ट में नोआ ने लिखा था, ‘कई साल इससे संघर्ष करने के बाद यह खत्म हो गया।’ बतौर रिपोर्ट्स, नीदरलैंड्स में इच्छामृत्यु वैध है। बता दें कि 11 साल की उम्र से ही उसे कई बार यौन उत्पीड़न का शिकार होना पड़ा था। 14 साल की उम्र में उसका कई बार रेप किया गया था।
रेप के बाद ये लड़की डिप्रेशन का शिकार हो गई थीं पिछले हफ्ते उन्होंने सोशल मीडिया पर ऐलान किया था कि वे सरकार की मदद से अपना जीवन खत्म करेंगी नोआ ने अपने जीवन की सारी घटनाओं पर आत्मकथा भी लिखी है। नोआ डिप्रेशन और अनोरेक्सिया (भूख न लगने) की समस्या से भी जूझ रही थीं। नीदरलैंड में इच्छामृत्यु के ‘टर्मिनेशन ऑफ लाइफ ऑन रिक्वेस्ट एंड असिस्टेड सुसाइड एक्ट ऑफ 2001’ कानून है। इसके नियम के तहत डॉक्टर अगर तय कर दें कि मरीज का दर्द उसकी बर्दाश्त से बाहर है तो उसकी इच्छामृत्यु की याचिका को मंजूरी मिल जाती है।
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