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इंसानियत की मिसाल – रमजान में रोजा तोड़ इस शख्स ने बच्चे के लिए किया रक्तदान
Last Updated on May 3, 2020 by Deepak
देहरादून। कोरोना संकट के बीच ऐसे कुछ मामले सामने आ रहे हैं जिनसे पता लगता है कि हमारे देश में भाईचारा और इंसानियत आज भी जिंदा है। देहरादून निवासी जैन काजी ने ऐसी ही एक मिसाल पेश की है। उन्होंने रमजान के इस पाक महीने में रोजा तोड़कर थैलेसीमिया (Thalassemia)से जूझ रहे एक बच्चे का जीवन रक्तदान (Blood donation) करके बचाया। उत्तरकाशी के पुरोला निवासी अनुज अग्रवाल के 10 वर्षीय बेटे को थैलेसीमिया है। जिसके लिए वे हर 15 दिन बाद ‘बी-‘ ग्रुप का रक्त चढ़वाने के लिए पुरोला से दून आते हैं। अनुज अपने पिता विजय अग्रवाल और बेटे अभय के साथ शनिवार को चकराता रोड स्थित वरदान अस्पताल पहुंचा। यहां से रक्त के लिए आइएमए ब्लड बैंक गए, लेकिन ‘बी-‘ का रक्त न मिलने के चलते वे परेशान हो गए।
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कुछ युवाओं ने सोशल मीडिया पर यह मैसेज वायरल कर दिया कि बच्चे को खून की जरूरत है। टर्नर रोड निवासी जैन काजी को यह मैसेज मिला तो वह तुरंत अपने वाहन से आइएमए ब्लड बैंक पहुंचे। उन्होंने रोजा तोड़कर बच्चे के लिए रक्तदान किया। जैन काजी ने बताया कि ऐसे समय में किसी की जान बच जाए, इससे बड़ी बात उनके लिए क्या होगी। रक्तदान के बाद अभय के पिता अनुज अग्रवाल भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि रमजान के पाक महीने में जैन काजी ने इंसानियत के धर्म को पहले मानकर बच्चे की जान बचाई। वे हम सबके लिए किसी भगवान से कम नहीं हैं।