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निजी शिक्षण संस्थानों में फर्जीवाड़े को लेकर ABVP तल्ख
Last Updated on March 13, 2020 by Deepak
नाहन। एबीवीपी (ABVP) की सिरमौर इकाई ने निजी शिक्षण संस्थानों में फर्जीवाड़े को लेकर एडीसी सिरमौर के माध्यम से शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भेजा। संगठन पदाधिकारियों ने ज्ञापन के माध्यम से प्रदेश में सभी निजी संस्थानों की जांच और नियामक आयोग के अध्यक्ष को बर्खास्त करने की मांग की। ज्ञापन में संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि हिमाचल में शिक्षा के व्यापारीकरण और फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। एबीवीपी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अंशुल शर्मा ने कहा कि वर्ष 2009 में जब प्रदेश में एक साथ 10 से अधिक निजी विश्वविद्यालय खोले गए तो विद्यार्थी परिषद ने इसका विरोध किया था। उस दौरान मांग की थी कि इतने छोटे से प्रदेश में अधिक निजी विश्वविद्यालय खोलना उचित नहीं है।
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यह गुणात्मक शिक्षा के बजाय शिक्षा को बेचने का गौरखधंधा बन जाएगा। विद्यार्थी परिषद ने उस समय भी शिक्षा के व्यापारीकरण के विरोध में प्रदेश व्यापी आंदोलन भी किया था और इन्हें बंद करने की मांग की थी। वर्तमान में यह सच साबित हुआ है। परिषद ने प्रदेश सरकार से मांग की कि सभी निजी विश्वविद्यालय व शिक्षण साधनों की उचित जांच की जाए। ताकि शिक्षा के व्यापारीकरण को रोका जा सके। साथ ही निजी विश्वविद्यालय की निगरानी हेतु बने नियामक आयोग की जवाबदेही तय हो। पता लगाया जाए की उनकी निगरानी में प्रदेश में इतना बड़ा फर्जीवाड़ा कैसे हो रहा है। संगठन ने चेताते हुए कहा कि यदि जल्द ऐसे विश्वविद्यालयों की जांच नहीं की गई तो प्रदेश व्यापी आंदोलन से भी गुरेज नहीं करेगा।