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ICDEOL फीस वृद्धि के विरोध में एबीवीपी, डायरेक्टर का किया घेराव
Last Updated on January 29, 2020 by Deepak
शिमला। एबीवीपी की एचपीयू इकाई ने फीस वृद्धि को लेकर आज ICDEOL के डायरेक्टर का घेराव किया गया। इकाई मंत्री मुनीष वर्मा ने कहा कि ICDEOL के माध्यम में से प्रदेश भर से ऐसे हजारों छात्र शिक्षा ग्रहण करते हैं जो रेगुलर शिक्षा प्राप्त नहीं कर सकते। इन छात्रों में अधिकतर गरीब व मध्यम वर्गीय परिवार से संबंध रखने वाले हैं। PG कोर्स में जो फीस MA में 3320 थी वो 4320 तक कर दी गई है। ICDEOL सीधे-सीधे प्रदेश के हजारों गरीब छात्रों को लूट रहा है। 25 से 30 फीसदी तक फीस में वृद्धि हुई है।
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एबीवीपी की एचपीयू इकाई ने ICDEOL के डायरेक्टर को 5 फरवरी तक का अल्टीमेटम दिया है। ईकाई अध्यक्ष विशाल वर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय का ICDEOL विभाग हमेशा से ही सुर्खियों में रहा है। पिछले वर्ष ही जहां ICDEOL के अंदर 80 लाख का प्रोस्पेक्टस का घोटाला सामने आया जिसकी भरपाई अब प्रशासन प्रदेश के गरीब छात्रों से फीस वृद्धि जैसे तानाशाही निर्णय कर के कर रहा है। ICDEOL में हुई फीस वृद्धि के माध्यम से प्रदेश के हजारों छात्रों को लूटा जा रहा है। विद्यार्थी परिषद शिक्षा के व्यापारीकरण को बर्दाश्त नहीं करेगी। इस फीस वृद्धि के लिए जितना विश्वविद्यालय प्रशासन जिम्मेवार है उतना ही प्रदेश की सरकार भी जिम्मेवार है।
प्रदेश की सरकार विश्वविद्यालय के प्रचलन के लिए जो ग्रांट मिलनी चाहिए वो ग्रांट मुहैया नहीं करवा रही है और ना ही विश्वविद्यालय के बजट में कोई बढ़ोतरी कर रही है जिसका खामियाजा प्रदेश के लाखों छात्रों को फीस वृद्धि के रूप में भुगतना पड़ रहा है। विद्यार्थी परिषद ने आज ICDEOL के डायरेक्टर का घेराव करते हुए चेतावनी दी है की यदि 5 फरवरी तक इस फीस वृद्धि के निर्णय को वापिस नहीं लिया जाता तो विद्यार्थी परिषद विश्वविद्यालय प्रशासन और प्रदेश की सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन शुरू करेगी।