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Solan के बाद #Mandi में भी नगर निगम का विरोध, ग्रामीणों ने सौंपा आपत्ति पत्र
Last Updated on October 6, 2020 by Deepak
मंडी। सोलन (Solan) के बाद अब मंडी में भी नगर निगम का विरोध शुरू हो गया है। नगर निगम मंडी (Municipal Corporation Mandi) में शामिल किए गए मंडी शहर के साथ लगती ग्राम पंचायत बिजनी के ग्रामीणों ने इसका विरोध किया है। इस बारे में मंगलवार को बिजनी पंचायत के तरयांडी गांव के लोगों ने जिला प्रशासन को एक आपत्ति पत्र सौंपा है। इस पत्र में तर्क दिया गया है कि तरयांडी गांव की भौगोलिक स्थिति पहाड़ी है और वहां पर ग्रामीणों का मुख्य व्यवसाय खेतीबाड़ी ही है। इसके साथ ही गांव में लोगों के लिए घरद्वार पर मनरेगा (MGNREGA) जैसी योजना है जिससे ग्रामीण अपना जीवन यापन करते हैं। जिला प्रशासन को मांगपत्र सौंपने आए बिजनी पंचायत के वार्ड नम्बर 4 तरयांडी गांव के लोगों का कहना है कि वे नगर निगम के सभी प्रकार के टैक्स (Tax) देने में पूरी तरह से असमर्थ हैं और वे किसी भी सूरत में नगर निगम मंडी का हिस्सा नहीं बनना चाहते हैं।
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ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से गुहार लगाई है कि उनके गांव में जहां पर लगभग 200 की जनसंख्या में ग्रामीण रहते हैं, उस क्षेत्र को निगम से बाहर किया जाए। इसके साथ ही बिजनी पंचायत के तरयांडी गांव के ग्रामीणों ने सुझाव दिया है कि अगर उनकी पंचायत निगम में शामिल की जा रही है, तो उनके एक गांव को दोबारा पहले की भांति ग्राम पंचायत नसलोह का हिस्सा बना दिया जाए। ग्रामीणों को डर है कि उनके गांव को नगर निगम का हिस्सा बनाते ही उनके रोजगार पर गहरा असर पड़ सकता है। इस कारण इन्होंने जिला प्रशासन से इस बारे में उचित कार्रवाई करने की मांग उठाई है।
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