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एजी डॉटर्स ने Una को कचरामुक्त करने की ठानी, मदद ना मिली तो निजी क्षेत्र में लगाएंगे प्लांट
Last Updated on February 6, 2020 by
ऊना। जिला को कूड़े-कचरे से निजात दिलाने और उसी कचरे से बिजली, पानी और ईंधन बनाने की योजना को एजी डॉटर्स कंपनी (AG Daughters Company) हर कीमत पर सिरे चढ़ाने का दावा कर रही है। इस योजना को लेकर जर्मनी की एजी डॉटर्स कंपनी ने करीब पौने दो साल पहले नगर परिषद ऊना के साथ एमओयू साइन किया था। इसके तहत कंपनी द्वारा जिला ऊना की करीब 27 पंचायतों और 3 कस्बों के कूड़े-कचरे का दोहन कर उससे बिजली, पानी और ईंधन तैयार करना था। सरकार का सहयोग (Government support) ना मिल पाने के कारण एजी डॉटर्स कंपनी के चेयरमैन ने सीएम जयराम ठाकुर को पत्र लिख इस प्रोजेक्ट को छोड़ने की बात तक की थी, लेकिन कंपनी के अधिकारियों की आज ऊना नगर परिषद के अध्यक्ष बाबा अमरजोत सिंह बेदी से हुई। बैठक के बाद एक बार फिर यह योजना आगे बढ़ने की उम्मीद जगी है।
दरअसल, इस प्लांट को लगाने से जिला ऊना में करीब 400 करोड़ का विदेशी निवेश होना है। जुलाई 2018 में ऊना जिला में जर्मनी की कंपनी एजी डॉटर्स ने नगर परिषद ऊना के साथ एमओयू साइन करके सॉलिड वेस्ट एनर्जी प्रोजेक्ट (Solid Waste Energy Project) लगाने की इच्छा व्यक्त की थी। इस प्रोजेक्ट के तहत कंपनी ने सरकार से प्लांट लगाने के लिए 8 से 10 हजार स्क्वेयर मीटर भूमि की मांग की गई थी, जिसके बाद इस प्रोजेक्ट को लेकर जिला प्रशासन द्वारा कदमताल करते हुए एक गांव में भूमि उपलब्ध करवाई गई थी, लेकिन ग्रामीणों के विरोध के कारण उस स्थान पर प्रोजेक्ट नहीं लग पाया। उसके बाद अन्य स्थान पर भूमि के लिए अनेक बार फाइल इधर से उधर घूमती रही। बाद में उद्योग विभाग से बात चली और इस प्रोजेक्ट के लिए पंडोगा इंडस्ट्री एरिया में दो प्लॉट देखे भी गए लेकिन वो बात भी सिरे नहीं चढ़ पाई। कंपनी के एमडी अजय गिरोत्रा ने कहा कि अगर सरकार उन्हें प्लांट लगाने के लिए भूमि उपलब्ध नहीं करवाती है तो कंपनी निजी स्तर पर ऊना जिला में इस प्लांट को स्थापित करेगी।
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वहीं, उद्योग विभाग द्वारा भी इस प्लांट को लगाने के लिए दिलचस्पी न दिखाने को लेकर कंपनी के एमडी अजय गिरोत्रा ने उद्योग विभाग को विश्वास दिलाया कि उनके इस प्लांट से न ही धुंआ निकलेगा और न ही कूड़ा-कचरा फैलेगा। उन्होंने कहा कि जिस तकनीक को इस प्लांट में प्रयोग किया जाना है वो तकनीक नासा में प्रयोग हो रही है। अगर उनके प्लांट से कोई मुश्किल पैदा होती है तो विभाग अगले दिन ही उनके प्लांट को बंद करवा सकती है। वहीं, नगर परिषद ऊना के अध्यक्ष बाबा अमरजोत सिंह बेदी ने प्रदेश सरकार से ऊना जिला में इस प्लांट को स्थापित करवाने के लिए सहयोग की मांग उठाई है।