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#AIIMS_Delhi के डायरेक्टर ने सुनाई खुशखबरी – भारत में जनवरी तक आ सकती है #Corona_Vaccine
Last Updated on December 3, 2020 by Vishal Rana
नई दिल्ली। कोरोना वैक्सीन को लेकर एम्स दिल्ली के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया (AIIMS Delhi director Randeep Guleria ) ने लोगों के लिए एक अच्छी सूचना दी है। गुलेरिया का कहना है कि भारत में कोरोना वैक्सीन का ट्रायल अंतिम चरण में है। उम्मीद है कि इस महीने के अंत तक या अगले महीने की शुरुआत में सफलता मिल जाएगी। एम्स के डायरेक्टर का कहना है कि कोरोना वैक्सीन (Corona vaccine) के जनवरी तक आने की उम्मीद है। इसके लिए भारतीय नियामक अधिकारियों से आपातकालीन इजाजत मिलनी चाहिए ताकि जनता को वैक्सीन देना शुरू किया जा सके। दरअसल, इस समय भारत में छह वैक्सीन पर काम चल रहा है। इसमें ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका और भारत बायोटेक के वैक्सीन फेज-3 ट्रायल्स में हैं।
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डॉ गुलेरिया ने कहा कि शुरुआती समय में यह टीका सभी को देने के लिए पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं होगा। हमें इस संदर्भ में यह देखना होगा कि पहले उन लोगों का टीकाकरण (Vaccination) हो जिनकी जान खतरे में है। बुजुर्ग, कॉमरेडिटी वाले लोगों और फ्रंट लाइन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को कोरोना का टीका सबसे पहले लगाया जाना चाहिए। टीके शरीर को अच्छी मात्रा में एंटी-प्रोडक्शन देंगे और कोरोना वायरस से सुरक्षा देना शुरू कर देंगे। यह कई महीनों तक चलेगा। हमें इम्यूनिटी वैक्सीन के प्रकार देखने की जरूरत है।
गुलेरिया ने आगे यह भी कहा कि कोरोना वैक्सीन रखने के लिए कोल्ड स्टोरेज (Cold storage) बनाने और इसे सुरक्षित रखने के लिए काम चल रहा है। इसके अलावा केंद्र और राज्य स्तर पर टीकाकरण वितरण योजना के लिए युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। चेन्नई में कोरोना वैक्सीन के ट्रायल पर हुए प्रभाव को लेकर डॉ. गुलेरिया ने कहा कि जब हम बड़ी संख्या में लोगों को टीका लगाते हैं, तो उनमें से कुछ को कोई न कोई बीमारी हो सकती है, जो टीके से संबंधित नहीं हो सकती। मरीजों की संख्या में गिरावट देखी जा रही है। आशा है कि यह आगे भी जारी रहेगा। अगले तीन महीने में महामारी को कंट्रोल करने में मदद मिलने की उम्मीद है।