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सड़कों पर दौड़ रहे केवल 5% Truck, प्रभावित हो रही है माल की ढुलाई: AIMTC
नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए पूरे देश को 21 दिनों के लिए लॉक डाउन पर रखा गया है। इस दौरान प्रशासन द्वारा लोगों को सोशल डिस्टेन्सिंग मेंटेन करने के लिए अपने-अपने घरों में रहने को कहा जा रहा है। इस बीच प्रशासन पर लोगों को आवश्यक चीजें मुहैया कियाराने का भी दबाव है। ऐसे में मौजूदा हालत को देखते हुए गृह मंत्रालय द्वारा लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान जरूरी और गैर ज़रूरी वस्तुओं की आवाजाही की अनुमति दे दी है। हालांकि इसके बावजूद देश में सुचारु ढंग से माल ढुलाई नहीं हो पा रही है।
इस पर ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआईएमटीसी) ने कहा है कि देशभर में ट्रकों की संख्या 90 लाख है और इनमें से सिर्फ 5% ट्रक ही सड़कों पर हैं जिसके कारण माल ढुलाई बुरी तरह प्रभावित हुई है। बकौल एआईएमटीसी, गृह मंत्रालय द्वारा लॉकडाउन के दौरान गैर ज़रूरी वस्तुओं की आवाजाही की अनुमति देने के बावजूद स्थिति नहीं सुधरी है। एआईएमटीसी की कोर समिति के चेयरमैन एवं पूर्व अध्यक्ष बाल मलकित सिंह ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया कि अभी बाजार में जो फल, सब्जियां आ रही हैं वे किसान खुद अपने माध्यमों से ला रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 24 मार्च की बंदी की घोषणा से पहले ही आंशिक बंदी लागू थी। कई राज्यों ने अपनी सीमाओं को सील किया हुआ था। इस वजह से लाखों ट्रक फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा कि जिस समय बंदी की घोषणा की गई उसके बाद बड़ी संख्या में ट्रक चालक अपने घरों को लौट गए। राजमार्गों पर ढाबे आदि भी बंद है जिसकी वजह से बड़ी संख्या में ट्रक चालक सुरक्षित स्थानों मसलन जहां उन्हें भोजन और रहने की सुविधा उपलब्ध है वहां चले गए हैं। सिंह ने कहा कि इसके अलाव चढ़ाने-उतारने के लिए मजदूर नहीं मिल रहे हैं। इस वजह से ट्रकों का परिचालन प्रभावित हुआ है।