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नई दिल्ली। भारतीय राष्ट्रपति, उप-राष्ट्रपति और पीएम द्वारा विशेष रूप से इस्तेमाल होने वाला वीवीआईपी ‘एयर इंडिया वन’ विमान (Air India One aircraft) अमेरिका से दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा। पहले इस संशोधित बोइंग 777 विमान की डिलीवरी 25 अगस्त को होने वाली थी, लेकिन परिचालन संबंधी कुछ कारणों से इसमें देरी हुई। इस विमान ने अमेरिका के टेक्सास ने उड़ान भरी थी। इसे लाने के लिए एयरफोर्स और एयर इंडिया दोनों के पायलट टेक्सास पहुंचे थे।
दिल्ली पहुंचने के बाद इसे टी-3 पर पार्क नहीं कराया गया। बल्कि इस सुपर वीआईपी प्लेन के आगे रास्ता दिखाते हुए एक पायलट गाड़ी चली जो इसे तुरंत ही टेक्निकल एरिया में ले गई। वहां जाकर प्लेन की राफेल फाइटर जेट की तरह की पूजा की गई। इन विमानों के लिए भारत ने 2018 में बोईंग कंपनी से डील की थी। विमानों को कस्टमाइज करने का काम अमेरिका में किया गया। सुरक्षा जरूरतों के हिसाब से बदलाव किया गया। भारत को मिलने वाले इस विमान का नाम Air India One रखा गया है।
एयरक्राफ्ट एडवांस डिफेंस सिस्टम से लैस है और मिसाइल अटैक को नाकाम करके पलटवार भी कर सकता है।
इस विमान में हवा में ईंधन भरा जा सकता है। ईंधन भरने के बाद यह लगातार 17 घंटे तक उड़ान भर सकता है।
विमान भारत से अमेरिका तक करीब साढ़े 12 हजार किमी की दूरी एक बार में तय कर सकता है।
इस विमान में वीआईपी के लिए बड़े केबिन हैं और इसके अलावा एक मेडिकल सेंटर भी है।
एयरक्राफ्ट में मीडिया के लिए भी जगह दी गई है। पीछे की सीटें इकोनॉमी क्लास हैं और बाकी सीटें बिजनेस क्लास हैं।
दोनों विमान की कीमत करीब 8,458 करोड़ रुपए है। विमान के उड़ान के दौरान हर घंटे करीब 1 करोड़ 30 लाख रु. की लागत आती है।
इसमें तीन तरह के रंगों का इस्तेमाल किया गया है। बोइंग-777 में जो रंग इस्तेमाल किया गया है। इनमें सफेद, हल्का नीला और नारंगी रंग है।
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