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Kullu: 16500 फीट ऊंचे शिंकुला दर्रे पर Tunnel निर्माण को चिनूक हेलीकॉप्टर से सर्वे शुरू
Last Updated on October 15, 2020 by Vishal Rana
कुल्लू। हिमाचल प्रदेश में लेह-लदाख के लिए 16500 फीट ऊंचे शिंकुला दर्रे (Shinkula Pass) के अंदर बनने वाली दुनिया की सबसे लंबी 13.5 किलोमीटर प्रस्तावित टनल निर्माण को लेकर हवाई सर्वे का कार्य आज से शुरू हो गया है। यह हवाई सर्वे चिनूक हेलीकॉप्टर की मदद से किया जा रहा है। आज चिनूक हेलीकॉप्टर (Chinook helicopter) ने भुंतर एयरपोर्ट से स्टिंगिरी हेलीपैड के लिए उड़ान भरी। यहां हेलीकॉप्टर में 500 किलो भार का एंटीना लगाया गया, जिसके बाद डेनमार्क के इंजीनियरों ने सर्वे को लेकर ट्रायल शुरू कर दिया। 500 किलो भार का एंटीने के साथ हेलीकॉप्टर ने आज ट्रायल के तौर पर केलंग व आसपास के क्षेत्रों का सर्वे कर रहा है। बता दें कि सर्वे में प्रयोग होने वाले सभी उपकरण बुधवार को ही केलंग पहुंचा दिए गए थे। इंजीनियरों की टीम एंटीना से जांस्कर रेंज में 600 मीटर गहराई तक भूगर्भीय सर्वे करेंगे।
अटल टनल के बाद अब 12 हजार फीट की ऊंचाई पर बनने वाली शिंकुला टनल (Shinkula Tunnel) भारतीय सेना को मजबूती प्रदान करेगी। भारत सरकार शिंकुला दर्रे में प्रस्तावित 13.5 किलोमीटर लंबी टनल के निर्माण को लेकर गंभीर हो गई है। अटल टनल रोहतांग बनने से सेना को मजबूती मिली है। शिंकुला दर्रे में टनल (Tunnel) बनने से सेना को 12 माह सीमाओं तक रसद सामग्री पहुंचाने में मदद मिलेगी। भारत अटल टनल के बाद अब इससे भी ऊंचाई पर विश्व की सबसे लंबी यातायात टनल बना रहा हैए इससे कारगिल सहित लेह लदाख को 12 महीने मनाली से जोड़े रखा जा सकेगा।
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दो दिन तक चलने वाले इस सर्वे के दौरान मैकेनिकल और भूगर्भीय वैज्ञानिक शिंकुला टनल के साथ लगती जांस्कर रेंज के करीब 600 मीटर गहराई तक जांच करेंगे। राष्ट्रीय उच्चमार्ग एवं अधोसंरचना विकास प्राधिकरण के डीजीएम अनिल ने बताया सुबह भुंतर एयरपोर्ट से स्टिंगिरी हेलीपैड में वायु सेना का चिनूक हेलीकॉप्टर पहुंच गया है। आज सतींगरी व आसपास के क्षेत्र में ट्रायल किया गया। शुक्रवार को शिंकुला दर्रे का हवाई सर्वे (Air survey) किया जाएगा। सर्वे के बाद जल्द ही शिंकुला टनल निर्माण के लिए टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे।