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Cricket में Nepotism पर बोले आकाश: सचिन के बेटे अर्जुन को थाली में परोसकर नहीं दिया जा रहा
Last Updated on June 28, 2020 by Deepak
नई दिल्ली। बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से देश भर में ‘नेपोटिज्म’ (Nepotism) विषय पर चर्चा छिड़ी हुई है। इस सब के बीच भारतीय क्रिकेट में नेपोटिज्म होने की बात पार भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा (Akash Chopra) ने एक बड़ा बयान दिया है। भारतीय क्रिकेट में हाई लेवल पर नेपोटिज्म यानी वंशवाद को साफ तौर पर नकारते हुए आकाश चोपड़ा ने कहा है कि क्रिकेट में बाकी इंडस्ट्री की तरह भाई-भतीजावाद नहीं है। उन्होंने सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) के बेटे अर्जुन (Arjun) को लेकर कहा, ‘उसे थाली में परोसकर नहीं दिया जा रहा।’ अर्जुन की बात जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि उसे भारतीय टीम में जगह नहीं मिली है। इस तरह के चयन भारत की अंडर-19 टीम में भी नहीं हुए हैं। जब भी चयन की प्रक्रिया होती है वो पूरी तरह से परफॉर्मेंस पर ही आधारित रहती है।
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गावस्कर के बेटे को बहुत क्रिकेट खेलना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ
उन्होंने आगे कहा, ‘सुनील गावस्कर के बेटे थे रोहन गावस्कर, (Rohan gavaskar) सिर्फ गावस्कर के बेटे थे। इसके चलते उन्हें बहुत क्रिकेट खेलना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ।’ आकाश ने कहा कि जब वह भारत के लिए खेले वो इसलिए, क्योंकि वो बंगाल के लिए लगातार अच्छा कर रहे थे। सब छोड़िए, वह एक समय तो मुंबई की रणजी टीम में नहीं थे। मुंबई टीम में उन्हें जगह नहीं मिल रही थी जबकि उनके नाम के पीछे गावस्कर लगा है। आकाश ने अपने यूट्यूब शो आकाशवाणी पर कहा कि मैंने ऐसा राज्य की टीमों में होते हुए देखा है जहां एक खिलाड़ी लंबे समय तक कप्तान रहा था। वह एक प्रशासक का बेटा था, ना कि किसी खिलाड़ी का। वह बहुत अच्छा खिलाड़ी भी नहीं था और उसके आंकड़े भी इस बात को बता देते हैं। लेकिन उच्च स्तर पर, ऐसा कभी नहीं होता। कोई किसी को आईपीएल अनुबंध इसलिए नहीं देता, क्योंकि वो किसी का बेटा है, या भतीजा है।