-
Advertisement
भारत-नेपाल विवाद के बीच पंचेश्वर के पास APF ने शुरू की चौथी बॉर्डर ऑब्जर्वेशन पोस्ट
Last Updated on July 2, 2020 by Deepak
देहरादून। भारत और नेपाल (Nepal) के बीच चल रहे सीमा विवाद (Border dispute)के बीच नेपाल (Nepal)ने भारतीय सीमा के पंचेश्वर समीप चौथी बॉर्डर ऑब्जर्वेशन पोस्ट यानी बीओपी शुरू की है। इस बीओपी में 35 जवानों को तैनात किया गया है। यह नेपाल (Nepal)के जवान हर समय सीमा (Border)पर निगरानी रखेंगे। इसके पहले नेपाल की बॉर्डर ऑब्जर्वेशन पोस्ट (BOP)खलंगा, छांगरु और झूलाघाट में थीं।
तस्करी और कई तरह के क्राइम में कमी आएगी
सशस्त्र प्रहरी फोर्स प्रहरी महानिरीक्षक (Inspector General of Armed Forces) हरिशंकर बूढाथोकी ने मंगलवार देर शाम पंचेश्वर जाकर बीओपी शुरू होने की औपचारिक शुरुआत की थी। इस मौके पर उन्होंने नेपाली जवानों से कहा था कि इस चौथी बीओपी (BOP)के बनने के बाद पंचेश्वर जलविद्युत परियोजना की सुरक्षा, भारत-नेपाल सीमा निगरानी, कस्टम से राजस्व प्राप्ति, तस्करी और कई तरह के क्राइम में कमी आएगी। इस मौके पर एपीएफ गुल्म के डीएसपी अमित सिंह ने कहा कि बीओपी में तैनात जवान हर समय महाकाली नदी के किनारे के घाटों पर गश्त देंगे।
मौजूदा समय में पूरे नेपाल में सीमा पर 129 बीओपी
पंचेश्वर में स्थापित की गई बीओपी में स्थायी भवनों के निर्माण के लिए नेपाल सरकार ने 15 नाली भूमि को अधिग्रहित किया है। इस जगह पर जवानों के रहने के लिए भवनों, बैरकों और ऑफिस बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। अभी तक ये जवान किराए के मकानों में रह रहे हैं। बता दें, बैतड़ी में भारत सीमा पर 61 किमी का एरिया है। मौजूदा समय में पूरे नेपाल में सीमा पर 129 बीओपी हैं। भारत की सीमा से लगे क्षेत्रों में संख्या बढ़ाकर 500 करने की तैयारी कर रहा है। नेपाल से लगी सीमा पर भारत के 530 बीओपी हैं। नेपाल सरकार भी उसी अनुपात में बीओपी को जोड़ने की तैयारी कर रही है।
भारतीय सेना भी चौबीस घंटे कर रही सीमा की निगरानी
बता दें, नेपाल सरकार ने भारत से लगने वाली सीमाओं पर पांच सौ से ज्यादा बीओपी बनाने की योजना अप्रैल में ही बना ली थी। जिसमें से 125 से ज्यादा बीओपी पर शसस्त्र प्रहरी बल (APF) के जवान तैनात किए गए हैं। जूलाघाट में भी बीओपी पर एपीएफ के 25 जवान तैनात हो चुके हैं। पुल के पास शसस्त्र प्रहरी बल का अस्थायी बंकर बन रहा है, जहां से जवान अंतरराष्ट्रीय सीमा पुल (International Border Bridge) पर के साथ ही सुरक्षा एजेंसियों पर नजर रख सकेंगे। एसएसबी (SSB) के एक अधिकारी के अनुसार, नेपाल की ओर पुल के पास कुछ दिन पहले से जवानों के बैठने के लिए ढांचा बनते दिख रहा है। उस पार पुल के पास कुछ जवान भी तैनात हो चुके हैं। भारतीय क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था पहले से ही पुख्ता है। चौबीस घंटे सीमा की निगरानी की जा रही है।