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धर्मशाला। आंगनवाडी वर्कर और हेल्पर यूनियन संबंधित सीटू ने अपनी लंबित मांगों को लेकर sdm धर्मशाला के माध्यम से प्रदेश मुख्य सचिव को ज्ञापन भेजा। जिला जिला महासचिव लज्या ठाकुर की अगुवाई में आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर संघ के प्रतिनिधियों ने सीटू पदाधिकारियों की मौजूदगी में यह ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर जिला महासचिव ने बताया की आंगनवाड़ी वर्कर-हेल्पर पिछले लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर राज्य और केंद्र सरकार को अवगत करवाते रहें हैं। लेकिन उनकी मांगों पर आज दिन तक किसी भी सरकार ने ध्यान देना मुनासिब नहीं समझा है। प्रदेश में आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर को सम्मानजनक मानदेय भी नहीं प्रदान किया जा रहा। इसके अलावा रिटायरमेंट एज और पेंशन के मुद्दों पर भी राज्य और केंद्र सरकार की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उनका कहना है कि महाराष्ट्र, हरियाणा में सेवानिवृत्ति की आयु 65 वर्ष है। इन राज्य में आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर को पेंशन और ग्रेच्यूटी प्रदान की जाती है।
यूनियन ने प्रदेश और केंद्र सरकार से मांग की है कि 45 वे श्रम सम्मेलन के नियमानुसार आंगनवाड़ी और हेल्पर सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए। लज्जा ठाकुर का कहना है कि यदि सरकार ने संघ की मांगों पर कोई गौर नहीं किया तो बजट सत्र में विधानसभा का घेराव किया जाएगा। उनका कहना है कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल ने 31 दिसंबर तक उन्हें हरियाणा की तर्ज पर वेतन देने का आश्वासन दिया था। लेकिन, वह भी महज आश्वासन ही साबित हुआ है। हालांकि मंत्री के आश्वासन के बाद यूनियन ने अपना संघर्ष स्थगित किया था। लेकिन, अब यूनियन को बार फिर से आंदोलन की राह पकड़नी पड़ेगी।
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