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अंबाला। नोटों पर गांधी जी की फोटो हटाने पर दिए विवादित बयान पर बीजेपी नेता अनिल विज का चौतरफा विरोध हो रहा है। मामले को बढ़ता देख अनिल विज ने अपना बयान वापस ले लिया है। अनिल विज ने twitter पर लिखा, महात्मा गांधी पर दिया बयान मेरा निजी बयान है। किसी की भावना को आहत न हो इसलिए मैं इसे वापस लेता हूं। इससे पहले हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि गांधी का नाम जुड़ने से खादी की दुर्गति हुई थी। विज यहीं नहीं रुके। उन्होंने यहां तक कह डाला कि मोदी ने खादी को बढ़ावा दिया है और अब धीरे-धीरे नोटों से भी गांधी हटेंगे। विज ने कहा कि मोदी ज्यादा बड़े ब्रांड नेम हैं। उनके नाम से खादी की बिक्री में 14% का इजाफा हुआ है। विज कहा कि गांधी का नाम ऐसा है जिसके जुड़ने से खादी डूब गई है। मोदी उनसे बेहतर ब्रांड हैं। इसलिए अच्छा है कि गांधी की बजाय मोदी का फोटो लगा है। गांधी का नाम तो नोटों पर है जिससे रुपये की डिवैल्यूएशन हो गई है। नए नोटों पर गांधी की फोटो को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में विज ने कहा कि वो भी धीरे-धीरे हट जाएंगे।
बता दें कि खादी ग्रामोद्योग के कैलेंडर और डायरी पर इस साल महात्मा गांधी की बजाय चरखे के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो छपी है। विपक्ष इसे मुद्दा बना रहा है और खुद BJP सफाई दे रही है कि गांधी को कोई रिप्लेस नहीं कर सकता। यहां तक कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी विज के बयान से किनारा करते हुए कहा कि ये उनका निजी बयान है। पार्टी का इससे कोई मतलब नहीं है। गांधी देश के आदर्श हैं। गांधीजी के कारण रुपये में गिरावट नहीं आई। मोदीजी ने चरखा चलाया वो खादी के प्रमोशन के लिए हूं। ये प्रतीक के रूप में है, इसका मतलब ये नहीं कि कोई गांधीजी को रिप्लेस कर रहा है। BJP ने इस बाबत सफाई देते हुए इसे विज का निजी बयान करार दिया है।
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