-
Advertisement
मिसाल: Ramadan में 500 मुस्लिमों के लिए सेहरी और इफ्तारी का इंतजाम कर रहा वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड
Last Updated on May 23, 2020 by
कटरा। भारत में जारी कोरोना वायरस के कहर के बीच वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (Vaishno Devi Shrine Board) ने हिंदू-मुस्लिम एकता की बेहद ही काबिले तारीफ मिसाल पेश की है। दरअसल जम्मू-कश्मीर में श्री माता वैष्णो देवी तीर्थ में लॉकडाउन के दौरान रमज़ान (Ramadan) के बीच लगभग 500 मुसलमानों के लिए इफ्तारी और सेहरी का इंतजाम किया जा रहा है। सबसे प्रतिष्ठित हिंदू तीर्थस्थलों में से एक, माता वैष्णो देवी श्राइन द्वारा इस तरह का इंतजाम किया जाना सभी धर्मों को एक धागे में पिरोकर रखने का एक बड़ा उदाहरण बनकर उभरा है।
आशीर्वाद भवन को बनाया गया 500 बेड वाला क्वारंटाइन सेंटर
इसके साथ सूबे में कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जम्मू के कटरा स्थित आशीर्वाद भवन को क्वारंटाइन सेंटर में बदलने का फैसला लिया गया था। इस क्वारंटाइन सेंटर में 500 लोगों के ठहरने का पूर्ण बंदोबस्त किया गया है। इस बारे में जानकारी देते हुए श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रमेश कुमार ने बताया कि रमजान के इस पावन पर्व में श्राइन बोर्ड के लोग लगातार लोगों तक मदद पहुंचा रहे हैं। बकौल रमेश कुमार, क्वारंटाइन किए गए मुस्लिमों को पर्व में कोई बाधा न आए इसलिए उन्हें सेहरी और इफ्तारी प्रदान की जा रही है।
यह भी पढ़ें: कोरोना से जंग के बीच इस प्रदेश में Transgender समुदाय के लिए बनाया अलग क्वारंटाइन सेंटर; जानें
तिरुमाला तिरुपति के बाद दूसरा सबसे अमीर मंदिर है वैष्णो देवी
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर प्रशासन देश के अनेक हिस्सों में फंसे लोगों को वापस ला रही है। जो लोग अन्य राज्यों से वापस आ रहे हैं उन्हें क्वारंटाइन किया जा रहा है। रमेश कुमार ने आगे बताया कि जो लोग बाहर से आ रहे हैं उनमें से अधिकतर लोग मजदूर वर्ग से ताल्लुक रखते हैं और रमजान में रोजा रखे हैं। इसीलिए बोर्ड ने उनके लिए हर रोज सेहरी और इफ्तारी का खास प्रबंध किया है। बता दें, श्री माता वैष्णो देवी तीर्थ सबसे प्रतिष्ठित हिंदू तीर्थस्थलों में से एक है और भारत में तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम के बाद दूसरा सबसे अमीर भी है।