-
Advertisement
आशा वर्कर्स को तीन माह से नहीं मिला मानदेय, कांग्रेस विधायक ने जताई आपत्ति
Last Updated on May 11, 2021 by Sintu Kumar
हमीरपुर। हिमाचल (Himachal) के हमीरपुर (Hamirpur) जिला के सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष राजेंद्र राणा (Rajendra Rana) ने आशा वर्कर्स को तीन माह से मानदेय ना मिलने पर आपत्ति जताई है। साथ ही इसे सरासर अन्याय और अमानवीय करार दिया है। राजेंद्र राणा ने कहा कि कोरोना (Corona) महामारी की इस भयावह घड़ी में आशा वर्कर्स (Asha Workers) ने अपनी जान जोखिम में डालकर अग्रिम पंक्ति में रहकर अपनी ड्यूटी निभाई है और कई आशा वर्कर इस दौरान संक्रमित भी हुई हैं। आशा वर्करों को वैसे भी मेहनताना बहुत कम मिलता है, परंतु पिछले 3 माह से उनका मानदेय रोका जाना इस वर्ग के साथ सरासर नाइंसाफी है।
यह भी पढ़ें: Himachal में रेमडेसिविर इंजेक्शन की नहीं कमी, कितना स्टॉक उपलब्ध- जानिए
उन्होंने कहा कि सरकार के इस उदासीन रवैया से आशा वर्करों का मनोबल भी बुरी तरह प्रभावित हो रहा है और उनके परिवार की आर्थिक स्थिति भी निरंतर दयनीय बनती जा रही है। राजेंद्र राणा ने सरकार को प्रदेश के विभिन्न कोविड सेंटरों (Covid Centers) में तत्काल सुविधाएं बढ़ाने की अपील भी की है। राजेंद्र राणा ने कहा कि कोविड सेंटरों में पर्याप्त सुविधाएं ना होने की शिकायत लगातार रोगी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस (Coronavirus) होने के बाद अपने परिवार से दूर रह रहे कोरोना मरीज सुविधाओं के अभाव में डिप्रेशन का शिकार भी हो रहे हैं और लगातार सरकार से यहां सुविधाएं सुदृढ़ करने की गुहार लगा रहे हैं। सरकार को उनकी पीड़ा समझनी चाहिए। राजेंद्र राणा ने कहा कि रोजगार अवसर प्रभावित होने के कारण मजदूर वर्ग फिर से अपने राज्यों की तरफ पलायन कर रहा है। इस बार इस सरकार को संवेदनशील रवैया बनाना चाहिए, ताकि मजदूर वर्ग पर फिर से कहर ना टूटे।
हिमाचल और देश-दुनिया की ताजा अपडेट के लिए join करें हिमाचल अभी अभी का Whats App Group