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Chintpurni: अश्विन नवरात्र मेले में मंदिर में नारियल-प्रसाद नहीं ले जा सकेंगे श्रद्धालु
Last Updated on October 7, 2020 by Sintu Kumar
ऊना। उत्तर भारत के प्रसिद्ध शक्तिपीठ माता चिंतपूर्णी के मंदिर (Mata Chintpurni Temple) में अश्विन नवरात्र मेले का आयोजन 17 से 24 अक्टूबर तक किया जाएगा। मेले के प्रबंधों को लेकर बुधवार को चिंतपूर्णी में मंदिर के आयुक्त एवं डीसी ऊना (DC Una) संदीप कुमार की अगुवाई में उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। मंदिर के आयुक्त और डीसी ऊना संदीप कुमार की अध्यक्षता में मेला के दौरान व्यवस्थाओं पर चर्चा हुई। बैठक में मेले के सफल आयोजन के लिए अधिकारियों समेत कर्मचारियों की ड्यूटी (Duty) भी इस बैठक के दौरान निश्चित की गई हैं। मेले के दौरान सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा हिमाचल पुलिस और होमगार्ड के जवानों को सौंपे जाने का निर्णय लिया गया है। मेला क्षेत्र को 4 सेक्टरों में बांटा जाएगा। इस दौरान मंदिर में नारियल प्रसाद ले जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। मेले के दौरान कोविड-19 (Covid-19) के तहत तय किए गए प्रोटोकॉल और मापदंडों का हर हाल में पालन सुनिश्चित करने का भी निर्णय लिया गया है। ताकि संक्रमण को किसी भी तरीके से फैलने से रोका जा सके
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डीसी ऊना संदीप कुमार ने बैठक खत्म होने के बाद मन्दिर क्षेत्र का निरिक्षण भी किया और मीडिया से बात की। डीसी ऊना संदीप कुमार ने कहा की माता जी के नवरात्र 17 अक्टूबर से शुरु होने जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि मेले के दौरान व्यवस्थाओं को पूरी तरह से चाक-चौबंद किया जाएगा। श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की समस्या से न जूझना पड़े इसके लिए पुख्ता प्रबंध करने के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दे दिए गए हैं। उन्होंने मेले के दौरान मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं से अनुरोध है कि आज कल कोविड-19 का दौर चल रहा है। अपनी रक्षा व सुरक्षा का भी ध्यान रखे। डीसी ऊना ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं की रजिस्ट्रेशन का उचित व्यवस्था की जाएगी।
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