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ऊनाः त्यूड़ी में रेलवे की संपत्ति की नीलाम, 16 लाख रुपए में बिकी
Last Updated on March 11, 2020 by Deepak
ऊना। अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत के आदेश पर बुधवार को ऊना (Una) जिले के त्यूड़ी में रेलवे की संपत्ति की नीलामी प्रक्रिया अमल में लाई गई। इस संपत्ति में रेलवे की उस भूमि का भी हिस्सा शामिल है, जिसमें रेलवे द्वारा ट्रैक बनाया गया है। कुछ हिस्सा ट्रैक के साथ का खाली पड़ी भूमि का है। इसके अलावा रेलवे लाइन की दोनों ओर की भूमि भी शामिल है।
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करीब 22 कनाल भूमि की नीलामी को लेकर प्रक्रिया शुरू हुई, जिसमें पंद्रह लोगों ने भाग लिया। नीलामी 10 लाख से शुरू होने पर 12 लोगों ने नाम वापस ले लिए, जिसमें केवल तीन लोगों द्वारा हिस्सा लिया गया। इस दौरान बोलीदाता हरि मोहन शर्मा ने सबसे अधिक साढ़े 16 लाख रुपए की बोली दी। पूरी प्रक्रिया तहसीलदार ऊना विजय कुमार रॉय ने खुद पूरी करवाई। गौरतलब है कि 5 मार्च को इसके पहले चरण की नीलामी हुई थी। उसमें 21 बोलीदाता पहुंचे थे, जिसमें सबसे ऊंची बोली 13 लाख रुपए लगी थी। यह नीलामी पटवार सर्कल पनोह में करवाई गई थी।
क्यों आई यह नौबत
जिले में रेलवे लाइन (Railway Line) से प्रभावित कई गांवों के लोगों की करीब बीस साल पहले भूमि रेलवे की ओर से अधिगृहित की गई थी। इस बीच कई लोगों ने रेलवे पर उचित मुआवजा अदा ना किए जाने पर अदालत में अपील की थी। निचली अदालत ने निर्णय लोगों के हक में दिया था। रेलवे ने इस निर्णय को हाई कोर्ट में चुनौती दे डाली। हाईकोर्ट में भी अब दिलवां, ठठल और त्यूड़ी के प्रभावित लोगों के हक में फैसला बरकरार रखा गया। एक निर्णय 2015 का है, जबकि दो निर्णय वर्ष 2018 के हैं। इन लोगों की मुआवजा राशि जो करीब साठ लाख बनती है, उसकी अदायगी नहीं हो पाई। अदालत ने इस पर सख्ती दिखाते हुए राजस्व महकमे से रेलवे की संपत्ति को नीलाम करके प्रभावितों के मुआवजा राशि अदा करने को कहा है।