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HRTC की बस में Rahul Gandhi के खिलाफ Audio चला ही नहीं ! Driver-Conductor पर कार्रवाई नहीं
Audio Against Rahul Gandhi Was Not Played in HRTC Bus : शिमला। एचआरटीसी की बस (HRTC Bus) में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के खिलाफ ऑडियो (Audio) बजने का मामला तीन दिन से तूल पकड़ रहा था,जब सरकार समोसे (Samosa) की स्थिति में पहुंचने लगी तो आनन-फानन में प्रारंभिक जांच (Preliminary Investigation) पूरी करने बाबत पत्र जारी कर चालक-परिचालक पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं करने की बात कह दी गई। यानी एचआरटीसी की जांच में पाया गया है कि राहुल गांधी के खिलाफ बस में ऑडियो बजा ही नहीं,इसलिए चालक-परिचालक पर किसी तरह की कोई करवाई नहीं होगी। चालक-परिचालक को स्पष्टीकरण देने बाबत नोटिस जारी करने वाले एचआरटीसी के उप मंडलीय प्रबंधक ने एक नया पत्र जारी कर कहा है कि प्रारंभिक जांच के बाद चालक परिचालक के खिलाफ जो स्पष्टीकरण जारी किया गया था,उसे निरस्त कर दिया गया है। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि इस प्रकार का वाक्या एचआरटीसी की बस में हुआ ही नहीं। शिकायतकर्ता द्वारा ऐसा कोई साक्ष्य संलग्न नहीं किया गया,जिसके आधार पर चालक-परिचालक के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जा सके।
पहली नवंबर का है मामला
एचआरटीसी (HRTC) ढली डिपो की बस नंबर 63 सी 5134 पहली नवंबर को शिमला से संजौली रूट (Shimla to Sanjauli Route) के बीच चल रही थी। बस में चालक टेकराज व परिचालक शेष राम ड्यूटी पर थे। इसी दौरान बस में सार्वजनिक रूप से ऊंची आवाज में एक ऑडियो बजाया जा रहा था, जिसमें आचार्य प्रमोद (Acharya Pramod) व अन्यों के बीच वार्तालाप हो रहा था। आरोप है कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष (Rahul Gandhi) राहुल गांधी, अखिलेश यादव, ममता बनर्जी, तेजस्वी यादव के नाम भी उसमें आ रहे थे, जिसमें उनके खिलाफ दुष्प्रचार हो रहा था। सैम्युल प्रकाश नाम के शख्स ने पांच नवंबर को इसकी शिकायत (Complaint With CM Office) सीएम ऑफिस से की। इसके बाद उस शिकायत को एचआरटीसी को कार्रवाई के लिए भेजा गया।
ऑडियो बंद क्यों नहीं करवाया
इससे पहले एचआरटीसी ढली के उप मंडलीय प्रबंधक ने 25 नवंबर को बस के चालक टेकराज (Driver Tekraj) व परिचालक शेष राम (Conductor Shesh Ram) से स्पष्टीकरण मांग लिया। जिसमें लिखा गया है कि सरकारी वाहन में राजनेता के खिलाफ ऐसी वार्ता ऑडियो चलाना उचित नहीं। आपका दायित्व बनता था कि (Objectionable Audio) आपत्तिजनक ऑडियो को निषेध करते। पर आप ऐसा करने में असमर्थ रहे, इसलिए तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण दें अन्यथा आपके खिलाफ विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। अब जब एचआरटीसी ट्रोल हुई तो स्पष्टीकरण को ही निरस्त कर दिया गया।
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-राहुल कुमार