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‘ऑरो-स्कॉलर’की हिमाचल प्रदेश में शुरुआत, APP के माध्यम से जुड़ेंगे शिक्षक और छात्र
शिमला। डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देना समय की मांग है। इसी दिशा में श्री अरविंद सोसाइटी ने ऑरो-स्कॉलर कार्यक्रम ( Auro-Scholar Program)हिमाचल प्रदेश में आरंभ किया है। इसके अंतर्गत शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के लिए एक विशेष ऐप लॉन्च किया गया। इस ऐप में शिक्षक स्वेच्छा से अपने विद्यार्थियों को जुड़ने के लिए आमंत्रित करेंगे और एक ‘शिक्षक मित्र’ के रूप में विद्यार्थियों के सीखने के स्तर को बढ़ाने के साथ-साथ उन्हें स्कॉरशिप प्राप्त करने में सहयोग भी देंगे। ऑरो-स्कॉलर कार्यक्रम पर राज्य के शिक्षकों को संपूर्ण जानकारी देने के लिए विभिन्न वेबिनार का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें खंड एवं ज़िले के शिक्षा अधिकारीगण भी शामिल हो रहे हैं। हाल ही में कांगड़ा ज़िले के शिक्षकों के लिए वेबिनार का आयोजन किया गया, और ऐप के संदर्भ में कई पहलुओं पर चर्चा की गई।
वेबिनार में बताया गया कि यह ऐप छठी से बाहरवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए है, जहां वे प्रति माह एक हज़ार रुपए की छात्रवृत्ति प्राप्त कर सकते हैं। अपने विद्यार्थियों को ऐप के साथ जोड़ने के लिए शिक्षकगण स्वयं को रजिस्टर करने के उपरांत विद्यार्थियों को ऐप में आमंत्रित करते हैं, इससे ऐप का लिंक विद्यार्थियों को मिलता है। ऐप डाउनलोड करने के बाद विद्यार्थी छात्रवृत्ति पाने के लिए अपनी कक्षा स्तर के अनुसार अंग्रेज़ी, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और हिंदी विषयों पर बनी लघु परीक्षाओं देते हैं। ऐप में लघु परीक्षाओं के प्राप्त परिणाम शिक्षक भी देख सकते हैं, जिससे उन्हें अपने विद्यार्थियों के अधिगम स्तर का भी पता चलता है, और वे अपने कमज़ोर विषयों में अपने विद्यार्थियों की मदद भी कर सकते हैं। ऐप में विद्यार्थियों के लिए पाठ्य सामग्री भी है, जिसे वे कभी भी, कहीं भी पढ़ सकते हैं। छात्रवृत्ति की राशि माता-पिता द्वारा रजिस्टर किए गए अकाउंट नंबर में जाती है। ऑरो-स्कॉलर कार्यक्रम का उद्देश्य विभिन्न विद्यार्थियों में सीखने के स्तर में अंतर को कम करना है और उन्हें छात्रवृत्ति देकर पढ़ने के लिए प्रेरित करना है।अरविंद सोसाइटी के नए अभियान पर समग्र शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशक आशीष कोहली जी ने कहा कि देश में डिजिटल क्रांति का दौर है। शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने और विद्यार्थियों के सीखने के क्रम को गति देने के लिए डिजिटल माध्यमों का योगदान महत्वपूर्ण है।
आने वाले महीनों में ऑरो-स्कॉलर कार्यक्रम के तहत कई वेबिनार आयोजित किए जाएंगे ताकि राज्य के अत्याधिक शिक्षकों और विद्यार्थियों तक इस ऐप का लाभ पहुंचाया जा सके।