- Advertisement -
धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश पब्लिक सर्विक कमीशन द्वारा 25 फरवरी को ली आयुर्वेदिक मेडिकल ऑफिस की प्रवेश परीक्षा में मॉर्निंग और इवनिंग शिफ्ट में एक जैसा पेपर डाल दिया। इससे प्रवेश परीक्षा पर सवाल उठने लगे हैं। कुछ अभ्यर्थियों ने धांधली का आरोप लगाते हुए पेपर रद्द करने की मांग की है। वहीं, हिमाचल प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन का कहना है कि कोई लिखित शिकायत आती है तो कार्रवाई की जाएगी।
इस प्रवेश परीक्षा में 1500 के करीब छात्र बैठे थे, जिनके पेपर मॉर्निंग और इवनिंग शिफ्ट में हुए थे। सुबह की शिफ्ट 11से एक 1 बजे की थी, जबकि दूसरी शिफ्ट दो से चार बजे के बीच थी। इन दोनों शिफ्टों में जो प्रश्न पत्र दिए गए वो दोनों एक जैसे ही दे दिए गए, जबकि दोनों पेपरों के समय में एक घंटे का अंतर था।
इस प्रवेश परीक्षा में उपस्थित अभ्यर्थियों डॉक्टर अश्वनी, डॉक्टर अक्षिता, डॉक्टर मनोज, डॉक्टर राजेश, डॉक्टर राजीव, प्रियंक्षा, कनिका, श्वेता, नरेश, उमेश, राजेश, दीपक व कश्मीर का कहना है कि एक तो यह कमीशन दो साल के बाद आया है और इसमें भी कमीशन ने दोनों सत्र के लिए एक जैसा पेपर डाल दिया गया, जिसके चलते शाम के समय में जो परीक्षार्थी इसमें बैठे उन्हें इस पेपर का पता एक घंटे पहले ही लग गया। इसके चलते सवेरे पेपर देने वाले परीक्षार्थी कमीशन की कार्यप्रणाली से मायूस हुए हैं।
उनका कहना है कि शाम के समय में होने वाले पेपर के लिए परीक्षा हॉल में एंट्री का समय एक बजे लिखा था, जबकि परीक्षा के लिए उन्हें दो बजे बिठाया गया। अगर इनको भी एक बजे ही एंट्री दे दी गई होती तो यह समस्या नहीं आती। यह प्रवेश परीक्षा तीन केंद्रों सोलन में सुबाथू, शोघी और मेहली शिमला में आयोजित हुई थी। इन अभ्यर्थियों ने इस पेपर को रद्द करने की मांग पब्लिक सर्विस कमीशन से की है। इस विषय में जब पब्लिक सर्विस कमीशन के अधिकारी पीएस चौहान ने बताया कि जिन लोगों को इस पेपर से कोई आपत्ति है, उसकी लिखित शिकायत कमीशन को दें, जिसके बाद ही कोई कार्रवाई हो सकती है।
- Advertisement -