- Advertisement -
बैजनाथ(कांगड़ा)। जिला कांगड़ा की दुर्गम घाटी बड़ा भंगाल की थमसर जोत को जाने वाला घोड़ा-खच्चर योग्य रास्ता जोहड़ी और पलाचक के बीच से टूटा हुआ है। इसके चलते पशुपालकों के घोड़े व भेड़ बकरियां पलाचक के पास फंस गए हैं। गौरतलब है कि पिछले वर्ष भी बड़ा भंगाल की थमसर जोत के उस पार 40 डेरों में 150-200 भेड़पालक, दस हज़ार भेड़-बकरियां और 250-300 घोड़े फंस गए थे। इन्हें रेस्क्यू टीम ने 12 घंटे भारी बर्फबारी में चलकर बड़ा भंगाल से मुरालाधार- पलाचक-पनिहारटू का रास्ता क्रॉस कर बचाया था। इस टूटे हुए रास्ते के वैकल्पिक उपमार्ग के निमार्ण कार्य के लिए पिछले वर्ष से ही जिला प्रशासन द्वारा 5.5 लाख की धनराशि एसडीएम बैजनाथ के माध्यम से ग्राम पंचायत बड़ाग्रां को जारी की गई थी। ग्राम पंचायत बड़ाग्रां द्वारा रास्ते के निमार्ण कार्य के लिए केवल चार मजदूरों को काम पर लगाया गया है। इसके कारण अभी तक भी इस निमार्ण कार्य को पूरा नहीं किया जा सका है।
हिमाचल घुमंतू पशुपालक महासभा की सचिव पवना कुमारी के नेतृत्व में मंगलवार को एसडीएम बैजनाथ को ज्ञापन सौंप कर आरोप लगाया गया कि वर्तमान में सभी पशुपालकों के घोड़े व कुछ पशुपालकों की भेड़ बकरियां पलाचक के पास फंस गए हैं। बड़ा भंगाल गांव के लिए खाद्य आपूर्ति विभाग का राशन भी इसी रास्ते से जाएगा। इसके अतिरिक्त राजगुन्धा से बड़ा भंगाल तक रास्ते के निर्माण कार्य के लिए सरकार द्वारा नई राहें-नई मंजिलें योजना के तहत वन्य जीव विभाग हमीरपुर को पांच करोड़ रुपए की धनराशि उपलब्ध करवाई गई है। इस योजना के तहत निर्माण कार्य शुरू करने की औपचारिकताएं पूरी करने में वन विभाग को भी समय लगेगा। यदि यह रास्ता समय रहते नहीं बन पाता है तो पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी जिला प्रशासन को आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए करोड़ों की धनराशि खर्चने का खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
हिमाचल घुमन्तू पशुपालक महासभा की मांग है कि एसडीएम बैजनाथ प्रशासनिक स्तर पर टूटे रास्ते के वैकल्पिक मार्ग के निमार्ण कार्य को शीघ्र पूरा करवाने के आदेश जारी करे नहीं तो हिमाचल घुमन्तू पशुपालक महासभा धरना प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होगी। इसकी जिम्मेबारी पंचायत प्रधान बड़ाग्रां व प्रशासन की स्वंय होगी। इस मौके पर मढेड़ से वीना देवी, विमला देवी, रीता, मीना, दया देवी, चिड़ी देवी, अंग्रेज कुमार, रोहित कुमार, करनार्थू से नवल किशोर, बड़ाभंगाल से अच्छरू राम, सरदार सिंह, कंडबाड़ी से काकू व सपैडू से नकलू राम उपस्थित रहे।
- Advertisement -