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रविंद्र चौधरी/फतेहपुर। प्रदेश के कई कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद भी अपना सीपीएफ (CPF) नहीं मिला है। कुछ रिटायर कर्मचारी तो सीपीएम (CPF) मिलने की उम्मीद में संसार को अलविदा भी कह गए है। यह बात भारतीय मजूदर संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष मदन राणा ने रविवार को यहां बुलाए गए जरनल हाउस में कही। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए जब तक पुरानी पेंशन स्कीम बहाल नहीं की जाती तब तक कर्मचारियों का सीपीएफ़ नहीं बल्कि जीपीएफ़ काटा जाए, ताकि जरूरत पड़ने पर कर्मचारी अपना जीपीएफ़ निकलवा सकें।
बता दें कि भारतीय मजदूर संघ सबंधित पदाधिकारियों का जरनल हाऊस रविवार को शिवा रिजॉर्ट फतेहपुर में बुलाया गया था, जिसमें संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष मदन राणा विशेष रूप से उपस्थित हुए। जरनल हाउस में सर्वप्रथम केंद्र सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों की घोर निंदा की गई। वहीं इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष केंद्र की मोदी सरकार पर भी खूब बरसे। उन्होंने कहा मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करने के लिए पूर्व में केंद्रीय वित्त मंत्री रहे स्वर्गीय अरुण जेटली की अध्यक्षता में एक कमेटी के गठन की बात उठी थी। मोदी सरकार दूसरी बार सत्ता में भी आ गई लेकिन कमेटी गठन की बात कागजों में ही सीमित रह गई। उन्होंने केंद्र सरकार को चेतावनी दी कि अगर केंद्र सरकार अपना कर्मचारी विरोधी रवैया नहीं छोड़ती है तो मजबूरन भारतीय मजदूर संघ को सड़कों पर उतरना पड़ेगा।
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