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दो दिन बचे हैं-अगर नहीं माने अपने तो डालेंगे वक्त
हिमाचल की सभी 68 सीटों पर होने जा रहे विधानसभा चुनाव (Himachal Assembly Elections) के बीच कांग्रेस से नाराज 10 सीटों पर बागी (Rebels) अडंगा डालकर खडे हो गए हैं। इन्हें मलाल है कि कांग्रेस टिकट से इन्हें वंचित किया गया,इसलिए इन्होंने निर्दलीय ताल ठोक दी है। कांग्रेस के पास इन्हें मनाने के लिए 29 अक्टूबर तक का वक्त है। कांग्रेस को सबसे बड़ा झटका (Biggest Setback to Congress) रामपुर में माना जा रहा है। यहां पर कांग्रेस पार्षद विशेषर लाल बागी हो गए हैं। ऐसे में विशेषर के निर्दलीय लड़ने से (Congress Candidate) कांग्रेस प्रत्याशी एवं मौजूदा विधायक नंदलाल के लिए मुश्किलें बढ सकती हैं। इसी तरह चौपाल से कांग्रेस के विधायक रहे डॉण् सुभाष मंगलेट भी बागी हो गए हैं। डॉ मंगलेट ने नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है। उनके चुनाव लड़ने से चौपाल में मुकाबला तिकोना हो गया है।
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पच्छाद में कांग्रेस ने दयाल प्यारी को टिकट दिया है। इसे देखते हुए पूर्व विधायक गंगू राम मुसाफिर (Gangu Ram Musafir) नाराज होकर निर्दलीय उतर गए हैं। चिंतपूर्णी में कांग्रेस ने पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप कुमार का टिकट काटकर सुदर्शन सिंह बबलू को दे दिया गया है। टिकट नहीं मिलने से नाराज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे कुलदीप कुमार (Kuldeep Kumar) बागी हो गए हैं। जिला बिलासपुर के झंडुत्ता में कांग्रेस ने युवा चेहरे विवेक कुमार को टिकट दिया है। यहां भी टिकट नहीं मिलने पर बीरू राम पार्टी से बागी हो गए हैं। कांगड़ा जिला के सुलह विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक जगजीवन पाल पार्टी से बागी हो गए हैं। इन्होंने भी पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी जगदीश सिपहिया के खिलाफ नामांकन भरकर चुनावी ताल ठोक दी है।
ठियोग में भी बगावत कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा सकती है। यहां विजय पाल खाची (Vijay Pal Khachi) और इंदू वर्मा दोनों ने निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिए हैं। इनके बागी होने से कांग्रेस प्रत्याशी कुलदीप राठौर के लिए मुश्किलें हो सकती हैं। अर्की में राजेंद्र ठाकुर ने निर्दलीय नामांकन भरकर कांग्रेस प्रत्याशी संजय अवस्थी की परेशानी बढ़ा दी है। इसी तरह कुल्लू जिला की आनी विधानसभा सीट (Ani assembly seat) से कांग्रेस ने स्वं वीरभद्र परिवार के करीबी बंसी लाल को टिकट दिया है। इससे नाराज परसराम ने निर्दलीय नामांकन भरकर चुनौती दे डाली है। ऐसे में कांग्रेस को कई विधानसभा क्षेत्रों में परेशानियों का सामना करना पड रहा है।