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ऊना। पीएचडी के एंट्रेस टेस्ट को बार-बार रद करने पर बीजेपी भड़क गई है। बीजेपी नेता सतपाल सिंह सत्ती, विधायक जयराम ठाकुर, रणधीर शर्मा, विजय अग्निहोत्री ने इस सारे मामले में प्रदेश विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा कर दिया है। बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया है कि विश्वविद्यालय प्रशासन सरकार के इशारे पर जान बूझकर पीएचडी एट्रेंस टेस्ट को बार-बार स्थगित किया जा रहा है, जिसकी वजह से न केवल पीएचडी परीक्षा में बैठने वाले परीक्षार्थी परेशान हो रहे हैं, बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से भी नुकसान झेलना पड़ रहा है।
बीजेपी नेताओं ने कहा कि प्रवेश परीक्षा को बार-बार स्थगित करके निजी विश्वविद्यालयों व बाहरी प्रदेशों के विश्वविद्यालयों को फायदा पहुंचाने की कोशिशें की जा रही है, क्योंकि बाहरी विश्वविद्यालयों में पीएचडी की परीक्षा हो चुकी है और उसका परिणाम भी निकल चुका है। ऐसे में हिमाचल प्रदेश से जो परीक्षार्थी बाहरी विश्वविद्यालयों में प्रवेश ले चुके हैं अब वह किसी भी तरह से हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में प्रवेश परीक्षा में नहीं बैठ पाएंगे, क्योंकि ऐसा करने से उन्हें भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा।
बीजेपी नेताओं ने कहा कि विश्वविद्यालय सरकार के हाथों की कठपुतली बना हुआ है। सरकार के इशारे पर जान बूझकर निजी विश्वविद्यालयों को फायदा पहुंचाने की दृष्टि से यह षडयंत्र रचा जा रहा है। बीजेपी नेताओं ने इस संबंध में विश्वविद्यालय प्रशासन से पूर्व में भी बात की थी। इस पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने आश्वासन दिया था कि वह जून महीने में प्रवेश परीक्षा को आयोजित करके समय पर परिणाम निकाल देंगे, लेकिन समय पर प्रदेश विश्वविद्यालय इसको आयोजित नहीं कर पाया और बार-बार पीएचडी की प्रवेश परीक्षा को बिना कारण स्थगित किया जा रहा है। गौर रहे कि विश्वविद्यालय ने 31 जुलाई को होने वाली प्रवेश परीक्षा को भी अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया है, जिसकी वजह से सैकड़ों विद्यार्थियों का भविष्य दांव पर लग गया है।
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