- Advertisement -
BJP Councilors Walkout : शिमला। नगर निगम शिमला के मौजूदा सदस्यों की आज अंतिम बैठक भी हंगामे की भेंट चढ़ गई। आज सदन के भीतर बीजेपी सदस्य नगर निगम मेयर संजय चौहान से उलझ पड़े और स्थिति इनके वाकआउट तक आ पहुंची। बहसबाजी के बाद बीजेपी पार्षदों ने विधायक की अगुवाई में सदन से वाकआउट किया। दरअसल, सदन में माहौल उस वक्त खराब हुआ, जब मोबाइल कैंटीन के मुद्दे पर चर्चा हो रही थी। बीजेपी सदस्यों ने इसका विरोध किया और कहा कि इनकी पालिसी में फिर से विचार होना चाहिए। इस पर अभी चर्चा चल रही थी कि बीजेपी विधायक सुरेश भारद्वाज ने पानी का मुद्दा उठाया।
उन्होंने पानी की कमी की बात शुरू करते हुए नगर निगम पर इसमें बुरी तरह असफल रहने का आरोप लगाया। मेयर ने भी इसका जवाब दिया और इस दौरान सदन के भीतर हंगामा हो गया और बीजेपी के बाकी सदस्य भी इसी मुद्दे पर मेयर को घेरने लग गए। इस बीच, मेयर ने कहा कि पानी की कमी कहां है। विधायक की ओर इशारा करते हुए मेयर ने कहा कि पानी का गिलास दिया तो है।
इस पर बीजेपी पार्षदों ने कहा कि वे उनके विधायक का अपमान कर रहे हैं। वे शहर के निर्वाचित विधायक हैं और उनका पूरा आदर होना चाहिए। यह कहते हुए बीजेपी पार्षद अपनी सीटों से उठे और सदन से बाहर निकलने लगे और बैठक का बहिष्कार कर दिया। बाद में बीजेपी पार्षद सरोज ठाकुर और शैलेंद्र चौहान ने कहा कि आज की बैठक के लिए उन्हें चार आइटम का एजेंडा दिया था और आज बैठक के बीच उन्हें सप्लीमेंटरी एजेंडा दे दिया और इसमें कई आइटमें शामिल कर दी गई। उनका कहना था कि अब बिना पढ़े इन आइटम को कैसे पास किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि महापौर ने उनके विधायक के साथ भी अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया, जबकि वह पानी का ज्वलंत मुद्दा उठा रहे थे। इससे नाराज होकर उन्होंने सदन से वाकआउट किया।
नियमों के तहत चलता है एमसी सदनः महापौर
नगर निगम के महापौर संजय चौहान ने कहा कि नगर निगम का सदन नियमों के तहत चलता है। उन्होंने कहा कि बैठक का एजेंडा तय था और उस पर चर्चा न कर उससे बाहर जाकर चर्चा शुरू करना सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि बीजेपी विधायक ने सदन की अवमानना की और इसे लेकर उन्हें सदन से माफी मांगनी चाहिए। उनका कहना था कि आज हाउस में जो हुआ वह निंदनीय है और विधायक की तरफ से सदन में बिना एजेंडे के ही बीच में चर्चा शुरू करना गलत है। वहीं, बीजेपी विधायक सुरेश भारद्वाज ने कहा कि सदन में सप्लीमेंटरी एजेंडे का विरोध किया था। बैठक के बीच एजेंडा देना सही नहीं। इसके साथ उन्होंने पानी की कमी का मामला उठाया और कहा कि पानी पर चर्चा करें। उन्होंने पानी पर चर्चा मांगी थी, जिसे मेयर ने नहीं माना। फलस्वरूप उन्होंने सदन से वाकआउट कर दिया।
ये भी पढ़ें : इंतजार खत्मः 16 जून को होंगे MC Election, 17 को गिनती
- Advertisement -