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बीजेपी का सुक्खू सरकार पर निशाना; कहा- मॉनसून सत्र से भाग रही हैं सरकार
ऊना। हिमाचल पर आई हाल की प्राकृतिक आपदा (Natural Calamity) ने निपटने में सरकार पर नाकामी का आरोप लगा रही बीजेपी ने राज्य के सभी प्रमुख मुद्दों पर चर्चा के लिए विधानसभा का मॉनसून सत्र (Monsoon Session of the State Assembly) तुरंत बुलाने की मांग की है। पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर ने मंगलवार को यहां कहा कि विपक्ष लगातार विधानसभा सत्र बुलाने की मांग कर रहा है, लेकिन सरकार इससे भाग रही है।
कंवर ने कहा कि प्रदेश में बारिश (Himachal Rain) के कारण जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। प्रदेश में भय की स्थिति पैदा हो गई है, राष्ट्रीय राजमार्ग और ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कें बंद पड़ी है। आने-जाने का साधन नहीं है। यहां तक कि ऊपरी हिमाचल में सेब की बंपर क्रॉप बगीचों में ही पड़ी है। उनको मंडियों तक पहुंचाना असंभव हो गया है। ऐसे समय में बिना विलंब मॉनसून सत्र बुलाना चाहिए और सभी विधायकों की खुली चर्चा होना अनिवार्य है। इस मॉनसून सत्र में सभी विधायक अपने-अपने क्षेत्रों का नुकसान सदन के समक्ष रख सकते हैं और आपदा से हुए नुकसान की भरपाई के लिए एक ठोस नीति बनाई जा सकती है।
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सर्वदलीय बैठक भी नहीं बुलाई
कंवर बोले कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर (Jairam Thakur) ने इस विषय को पहले ही विधायक दल के माध्यम से उठाया है और बीजेपी लगातार यह मांग कर रही है कि मॉनसून सत्र होना चाहिए, पर सवाल यह उठता है कि सरकार इस विषय से क्यों बच रही है। सुक्खू कह रहे हैं कि पहले आपदा से निपट लेंगे, फिर मॉनसून सत्र बुलाएंगे। यह गलत है। पहले इस सरकार ने सर्वदलीय बैठक नहीं बुलाई और अब मॉनसून सत्र को टाल रही हैं। कंवर ने कहा कि बीजेपी मांग करती है कि तुरंत मॉनसून बुलाना चाहिए। अब तो काग्रेस पार्टी में भी अलग-अलग स्वर उठने शुरू हो गए हैं।
सरकार मस्त, जनता त्रस्त : सुधीर शर्मा
धर्मशाला से विधायक सुधीर शर्मा ने भी साफ कहा है कि मॉनसून सत्र की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सरकार का हनीमून पीरियड समाप्त हो गया है। कांग्रेस के विधायक स्वयं कह रहे हैं कि 8 महीने गुजर गए हैं, पर धरातल पर कोई काम नहीं हो पा रहा है। सरकार मस्त है और जनता त्रस्त है। मैं साफ कहना चाहता हूं कि इस सरकार में आने वाले समय में भी कुछ नहीं होगा।