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राजभवन-Sukhu Govt की तकरार में कूदी BJP ,क्या नहीं बोला-कुछ नहीं छोड़ा
Governor Shiv Pratap Shukla V/S Sukhu Govt : हिमाचल प्रदेश के (Himachal Governor) राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला (Shiv Pratap Shukla) व सुक्खू सरकार (Sukhu Govt) के बीच कटुता कोई नई बात नहीं है, ऐसे कई मौके आए हैं जब सरकार व राजभवन आमने.सामने हुए हैं। अबकी मर्तबा मसला नौ तोड़ संशोधन विधेयक को लेकर राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी के ताजा बयान के बाद खडा हुआ है। राज्यपाल ने भी सरकार को सीधे-सीधे चपका दिया है,अब इस पर बीजेपी ने भी राजनीतिक बयानबाजी शुरू कर दी है। मसला गंभीर है,कहां तक जाता है देखना होगा
दरअसल नौ तोड़ संशोधन विधेयक की स्वीकृति ना दिए जाने पर राजभवन और सरकार में तकरार जारी है। विधेयक की स्वीकृति पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि हम ने कुछ आपत्तियों पर जवाब मांगा था जो अभी तक नहीं मिला है। राजभवन नियमों के अनुसार काम करेगा। राजभवन (Raj Bhawan) किसी के चुनावी वादों को पूरा करने के लिए नहीं है। ये बात उन्होंने राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी (Jagat Singh Negi) के उस बयान के बाद कही थी,जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर बात नहीं बनी तो वह सड़कों पर भी उतर सकते हैं। उसके बाद से ये मामला राजनीतिक रंग पकड़ने लगा है। इसके तत्काल बाद नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर (Jairam Thakur) ने भी इसे राजभवन पर हमला करार दिया था,उन्होंने इस तरह की बयानबाजी पर सुक्खू सरकार को अपने मंत्रियों पर लगाम कसने की बात कही थी।
राज्यपाल के उच्चतम कार्यालय के ऊपर दोषारोपण स्वीकार्य नहीं
अब इसी मामले में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल (Dr Rajeev Bindal) ने कहा है कि कांग्रेस के नेता अपनी ओछी राजनीति चमकाने के लिए राज्यपाल के उच्चतम कार्यालय के ऊपर दोषारोपण करके और उस विशिष्ट स्थान के महत्व को कम करने में जुटे हुए हैं, यह किसी भी तरह से स्वीकार्य नहीं है निंदनीय है। उन्होंने एक बयान में कहा है कि आपको राजनीतिक क्षेत्र में अपनी राजनीति चमकानी है उसके लिए राज्यपाल का दुरुपयोग मत करें यह हम बिल्कुल स्पष्ट शब्दों में कहना चाहेंगे यह हिमाचल के हित में कदापि नहीं है।
-संजू चैधरी