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BJP ने किया सोनिया पर पलटवार: रविशंकर बोले- Congress खुद को राजधर्म के आइने में देखे
Last Updated on February 28, 2020 by Deepak
नई दिल्ली। देश कि राजधानी दिल्ली में रविवार से जारी हिंसा को लेकर राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद पूर्व पीएम मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) ने बीजेपी (BJP) को राजधर्म का पाठ पढ़ाया था, जिसका पार्टी ने जोरदार पलटवार किया है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केन्द्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद (Ravishankar Prasad) ने कांग्रेस कि अंतिरिम अध्यक्षा सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) और उनकी बेटी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस (Congress) हमें राजधर्म पर भाषण ना दे और राजधर्म के आइने में अपना चेहरा देखे। कांग्रेस पार्टी का इतिहास ‘वोट बैंक की राजनीति’ के लिए अधिकारों का दमन करने, अपनी बात से पलटने का रहा है।
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रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस के कार्यकाल में दूसरे देशों के नागरिकों को बांटी गई नागरिकता के विषय में याद दिलाते हुए कहा कि पूर्व पीएम इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) ने युगांडा विस्थापितों को नागरिकता दी और पूर्व पीएम राजीव गांधी ने श्रीलंका से आए तमिलों को शरण दिया था। इस दौरान केन्द्रीय कानून मंत्री ने सीएए के मसले पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) द्वारा दी गए बयानों पर कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि मनमोहन सिंह जी वाजपेयी सरकार के दौरान तब के गृहमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी जी से संसद में धार्मिक रूप से प्रताड़ित अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने की अपील की थी।
उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत शिवराज पाटिल और आडवाणी जी को को खत लिखा करते थे। तरुण गोगाई ने किया। अब यह कौन सा राजधर्म है कि सब पलट गए? इस दौरान रविशंकर प्रसाद ने सवाल उठाया कि क्या मनमोहन सिंह जी ने जो मांग की थी वह गलत था? राजीव और इंदिरा जी ने जो किया वह गलत था? गहलोत जो कह रहे थे वह गलत था? यह कौन सा राजधर्म है। आपने कदम उठाया था, लेकिन 10 साल में इसे पूरा नहीं किया, हमने किया।
इसके बाद बीजेपी नेता ने सीएए (CAA) के खिलाफ रामलीला मैदान में आयोजित रैली में सोनिया गांधी दी गए भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि सोनिया जी आप अपनी टिप्पियों को देखिए रामलीला मैदान मे क्या कहा था कि अब इस पार या उस पार की लड़ाई होगी। यह उत्तेजना नहीं है तो और क्या है? आर-पार का मतलब है कि संवैधानिक मर्यादा से अलग। आपने उत्तेजना लोगों में क्यों फैलाई? यह कौन सा राजधर्म है? प्रियंका गांधी ने कहा, आज यदि हम चुप रहे तो नष्ट हो जाएगा बाबा साहब का संविधान। उत्तेजना किसने फैलाई? उन्होंने आगे कहा कि 15 मार्च 2010 को यूपीए सरकार ने एनपीआर का नोटिफिकेशन जारी किया। मनमोहन सिंह पीएम थे, चिंदबरम गृहमंत्री और सोनिया गांधी यूपीए चेयरपर्सन। आपने इसे शुरू किया, देश के लिए अच्छा है। आप करें तो ठीक हम उसी बात को करें तो लोगों को उकसाया जाए? यह कौन सा राजधर्म है?
केन्द्रीय मंत्री ने आगे कहा कि शाहीन बाग में कांग्रेस पार्टी के नेता गए, एक ने मोदी जी को कातिल कहा, जिन्ना वाली आजादी का साथ दिया। बच्चों को मोदी के खिलाफ हिंसा के लिए उकसाया था? आपकी पार्टी चुप रही, हमें राजधर्म मत सिखाइए। अपने राजधर्म के आईने में अपना चेहरा देखे कांग्रेस पार्टी। राजधर्म के नाम पर लोगों को उकसाया जा रहा है। कांग्रेस पार्टी को देश की सद्भाभावना पर सोचना चाहिए। क्या कांग्रेस पार्टी ने तब कुछ कहा जब असम को काटने की बात हो रही थी या हिंदु-मुस्लिम गिने जा रहे थे।’