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चर्चा से बचने के लिए विपक्ष का वॉकआउट, किसी का अपमान नहीं किया: सुक्खू
Last Updated on December 22, 2023 by Soumitra Roy
रविन्द्र चौधरी/धर्मशाला। पहले रोजगार और फिर सरकार के कथित महिला विरोधी वक्तव्य (Statement Against Women Dignity) के खिलाफ शुक्रवार को बीजेपी के विधानसभा (Himachal Assembly) से दूसरी बार वॉकआउट (Walkout) के बाद मीडिया से चर्चा में CM सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि विपक्ष ने सदन में चर्चा से बचने के लिए वॉकआउट का सहारा लिया।सीएम ने कहा, ‘’मुझे सुबह से ही पता था कि विपक्ष वॉकआउट करेगा। उन्हें वॉकआउट करने का कोई बहाना चाहिए था, जो मिल गया। दो साल में सरकार का जो पैसा लैप्स हुआ है, वह लगभग 24 सौ करोड़ रुपए के बराबर है। यही विपक्ष के वॉकआउट का कारण बन गया, क्योंकि उनके पास बोलने का कोई मौका नहीं नहीं था।
डिग्रियों में हिमाचल यूनिवर्सिटी का नाम क्यों लिखा?
इससे पहले विपक्षी सदस्यों के सदन के बाहर डिग्रियां जलाने (Burn Degrees) को लेकर सीएम ने कहा कि यह उनका लोकतांत्रिक अधिकार है। हमें इससे ऐतराज नहीं है। हमें दुख इस बात का है कि डिग्रियों में हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी (HPU) का नाम लिखा था। अगर डिग्री बनानी ही थी तो किसी और यूनिवर्सिटी का नाम लिखते। उन्होंने कहा कि इसी तरह यह लोगों को ठगते आए हैं और इससे साफ जाहिर होता है कि इनके कार्यकाल में भर्तियों में भी धांधली (Recruitment Scam) हुई है। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने विधानसभा में इतने सारे प्रश्न लगाए हुए थे। बेहतर होता कि वे सारे प्रश्नों के जवाब सुनते।
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साड़ी-चूड़ी वाले बयान पर बोले सीएम: अपमान नहीं किया
सीएम ने कहा कि विपक्ष कभी गोबर लेकर तो कभी चोला पहनकर विरोध करता है। जब सत्ता पक्ष ने मुझसे यह कहा तो हमने कहा, ‘’वे आजाद हैं। आप चूड़ी और साड़ी (Bangles And Sari) पहनकर भी आ सकते हैं। हमने इसमें किसी का अपमान नहीं किया है। विपक्ष जब दूध बेच रहा था तो वह किसानों का मजाक नहीं था? उन्होंने कहा कि विपक्ष अपने ही बुने जाल में खुद फंसता जा रहा है।