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शिमला। चुनावों के दौरान पुलिस थानों में जमा करवाए किसानों व बागवानों के हथियारों को लौटने की मांग चुनाव आयोग से बीजेपी ने की है। इसके लिए बीजेपी ने एक पत्र मुख्य निर्वाचन अधिकारी को लिखा है। बीजेपी के प्रदेश संयोजक चुनाव प्रकोष्ठ एचएन कश्यप के द्वारा मुख्य निर्वाचन अधिकारी को लिखे पत्र में कहा है कि प्रदेश की आर्थिकी कृषि व बागवानी पर निर्भर है और लगभग 70 प्रतिशत जनसंख्या कृषि व बागवानी करके ही अपने परिवार का भरण पोषण करती है। इन दिनों प्रदेश के निचले क्षेत्रों में बंदगोभी, फूलगोभी, गाजर, मूली व मटर आदि की फसल लगभग तैयार है, लेकिन प्रदेश का किसान व बागवान जंगली जानवरों से अपनी फसलों की रक्षा नहीं कर पा रहा है। क्योंकि उन्होंने विधान सभा चुनाव के दौरान अपने हथियार स्थानीय थानों में जमा करवा रखे हैं। ऐसे में किसान व बागवान जंगली जानवरों से अपनी फसलों की रक्षा करने में असमर्थ है, जिसकी वजह से उन्हें काफी नुकसान हो रहा है।
भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देश अनुसार प्रदेश के सभी बंदूक धारकों व अन्य शस्त्र धारकों के शस्त्र स्थानीय थानों में इस उदेश्य से जमा करवाए गए थे कि प्रदेश का मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सके। प्रदेश के सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों के लिए 9 नवंबर को चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो चुका है और ऐसी स्थिति में अब प्रदेश के किसानों और बागवानों के जमा किए गए हथियारों को लौटाने के लिए बीजेपी की ओर से आपसे अनुरोध किया जाता है कि भारत निर्वाचन आयोग से स्वीकृति प्राप्त करने के बाद सभी किसानों और बागवानों की बदूंकें व अन्य शस्त्र लौटा दिए जाएं, ताकि वह जंगली जानवरों से अपनी कृषि व बागवानी की रक्षा कर सके और प्रदेश की आर्थिकी को भी किसी प्रकार का नुकसान न हो।
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