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मनाली। रोहतांग दर्रे को बहाल करने में जुटे बीआरओ (BRO) के जवानों की मेहनत पर मौसम एक बार फिर पानी फेर सकता है। सोमवार सुबह से ही आसमान में बादलों ने डेरा जमा लिया है। ऐसे में दोबारा बर्फबारी (Snowfall) होने से इंकार नहीं किया जा सकता। हालांकि बीआरओ ने रोहतांग को बहाल करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। बीआरओ ने दावा किया है कि सोमवार को रोहतांग दर्रा (Rohtang Pass) बहाल कर दिया जाएगा। रविवार देर रात तक माइनस डिग्री तापमान में बीआरओ के जवान मार्ग बहाली के कार्य में जुटे रहे। बीआरओ कमांडर कर्नल उमा शंकर स्वंय मौके पर मौजूद रह रही है। बीआरओ को सिर्फ दो किलोमीटर सड़क से बर्फ हटाना शेष रह गया है, लेकिन बदलते मौसम ने एक बार फिर बीआरओ के चेहरे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं।
बीआरओ ने सोमवार सुबह से ही मार्ग बहाली का कार्य शुरू कर दिया था। बीआरओ का कहना है कि आज लाहुल घाटी को कुल्लू से जोड़ दिया जाएगा। बता दें कि रोहतांग दर्रा पिछले छह दिनों से बंद पड़ा है। जिसके चलते सैंकड़ो वाहन लाहुल घाटी में फंसे हुए हैं। हालांकि बीते रोज 500 के करीब लोगों को रोहतांग टनल से आरपार कर दिया था, लेकिन घाटी में फंसे वाहन अभी भी वहीं हैं जो मार्ग बहाली की राह देख रहे हैं। इसके अलावा घाटी में 24 हजार के करीब सेब के कार्टन भी कुल्लू पहुंचाना बाकी है। वहीं बीआरओ कमांडर उमा शंकर ने बताया वह स्वयं मोर्चा संभाले हुए हैं और जवानों का हौंसला बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा बीआरओ के जवानों ने माइनस तापमान में भी रात 10 बजे तक मार्ग बहाली के कार्य को अंजाम दिया है। उन्होंने बताया कि बीआरओ रोहतांग मार्ग की बहाली के करीब पहुंच गया है। आज हम रोहतांग दर्रा वाहनों के लिए खोल देंगे।
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