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BRO ने मिलाए Rohtang दर्रा के दोनों छोर, कल से वाहनों की आवाजाही
Update: Wednesday, November 22, 2017 @ 7:44 PM
मनाली। दुर्गम जिला लाहुल-स्पीति को कुल्लू से जोड़ने वाले रोहतांग दर्रे के दोनों छोर बहाल हो गए हैं, पर वाहनों की एक तरफा आवाजाही गुरुवार से शुरू होगी। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के डोजर ने देर शाम को दोनों छोर बहाल कर दिए। उधर डीसी देवा सिंह नेगी व एसडीएम एस राणा भी मनाली से लाहुल के लिए रवाना हो गए। गुरुवार को रोहतांग दर्रा बहाल होते ही लाहुल स्पिति प्रशासन की प्राथमिकता लाहुल में फंसे लोगों को मनाली पहुंचाने की है।
डीसी देवा सिंह नेगी व एसडीएम एस राणा मनाली से लाहुल के लिए रवाना
जाहिर है कि गुरुवार को हुई अचानक बर्फबारी से लाहुल स्पिति का कुल्लू से संपर्क कट गया था। जिससे सैंकड़ों लोग दर्रे के उस पार रोहतांग में ही फंस गए थे। रोहतांग बहाली में जुटे बीआरओ कमांडर कर्नल एके अवस्थी ने प्रशासन और लोगों से आग्रह किया कि जल्दबाजी न करें। रोहतांग को बहाल होने के बाद ही वाहनों को दर्रे के आर पार भेजें। उधर, लाहुल स्पिति डीसी देवा सिंह नेगी ने बताया कि लाहुल में फंसे लोगों को प्राथमिकता के अनुसार मनाली पहुंचाया जाएगा।
मंडी के राजेन्द्र को सुरक्षित केलंग पहुंचाया
उधर मंडी का राजेंद्र जो पिछले 7 दिनों से लेह मार्ग पर बारालाचा जोत के पटसेउ में भारी बर्फबारी के बीच फंसा हुआ था, उसे आज लाहौल-स्पीति प्रशासन ने रेस्कयू कर लिया है। आपदा प्रबंधन लाहौल-स्पीति की टीम ने राजेन्द्र को सुरक्षित केलंग पहुंचा दिया है। राजेन्द्र अपने ट्रक (एच.पी. 65-4962) को लेकर अपने साथी ट्रक चालकों सहित लेह से मनाली आ रहा था। वीरवार को उसके ट्रक में खराबी आ गई। ट्रक में खराबी से अनजान उसके साथी केलंग निकल आए जबकि वह 15,000 फुट ऊंचे जोत में ही फंस गया। राजेन्द्र ने जैसे-तैसे अपने ट्रक को भरतपुर पहुंचाया लेकिन हालात व बर्फबारी का क्रम बढ़ता देख उसने पैदल चलने का जोखिम उठा लिया। वह भारी बर्फबारी के बीच मीलों पैदल चलकर सासे से अनुसंधान केंद्र पटसेउ पहुंचने में सफल रहा। 3 दिन पटसेउ में रहने के बाद आज जिला प्रशासन ने उसे सुरक्षित केलंग पहुंचाया।