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मैक्लोडगंज के बौद्ध सर्किट व्यवसाय को Coronavirus का झटका-जानिए कैसे
Last Updated on February 4, 2020 by Deepak
धर्मशाला। चीन में फैले कोरोना वायरस (Coronavirus) से बौद्ध सर्किट के व्यवसाय को बड़ा झटका लगा है। मैक्लोडगंज में चीन अधिकृत तिब्बत से आने वाले तिब्बती पर्यटकों की संख्या वर्तमान में नगण्य है। 24 फरवरी को शुरू होने वाले लोसर उत्सव को मनाने के लिए हर वर्ष सैकड़ों की संख्या में तिब्बती नव वर्ष लोसर उत्सव को सगे संबंधियों के संग मनाने आने वाले तिब्बती पर्यटक मैक्लोडगंज पहुंचते थे। चीनी पासपोर्ट व वीजा पर भारत आने वाले चीन व इसके साथ लगते देशों के सैलानी बौद्ध सर्किट भ्रमण की प्री-बुकिंग कैंसिल करा रहे हैं। मैक्लोडगंज में एक दर्जन से अधिक बुकिंग कैंसिल हुई हैं। मैक्लोडगंज के टैक्सी ड्राइवर सुदर्शन ने बताया कि उनके पास चीनी पर्यटकों के दो अलग-अलग ग्रुप की एडवांस बुकिंग थी जो उन्होंने कैंसिल करवा दी है। चाइना एसोसिएशन ऑफ ट्रेवल सर्विसेज ने इसको लेकर एडवाइजरी भी जारी की है।
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चाइना एसोसिएशन आफ ट्रेवल सर्विसेज ने यात्रा न करने और चीनी अधिकारियों से रिजर्वेशन कराने वाले चीनी पर्यटकों के खर्चे वापस करने का अनुरोध किया है। इससे करोड़ों रुपए के व्यवसाय के नुकसान का अनुमान भी लगाया जा रहा है। दो वर्षों से बुद्धिस्ट सर्किट में चीनी पर्यटकों के आने की संख्या में क्रमश: बढ़ोतरी हो रही थी। कोरोना वायरस (Coronavirus) के कहर ने यहां के पर्यटन व्यवसाय को प्रभावित किया है।
यही नहीं मैक्लोडगंज में घूमने पहुंचे विदेशी पर्यटक भी मास्क का उपयोग कर ही घूम फिर रहे हैं। हिमाचल सरकार ने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि तिब्बतियों के आध्यात्मिक गुरु दलाईलामा (Dalai Lama) की शरणस्थली मैक्लोडगंज आने वाले विदेशी पर्यटकों की जानकारी सरकार के साथ साझा करने को भी कहा गया। प्रदेश सरकार ने मैक्लोडगंज में आउटपोस्ट स्थापित करने का भी फैसला किया है जहां विदेशों से आने वाले पर्यटकों का पंजीकरण होगा और जरूरत पड़ी तो जांच भी की जाएगी।