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budget session after recess: शिमला। विधानसभा का बजट सत्र एक सप्ताह की रिसेस के बाद आज फिर शुरू होगा। 18 मार्च से 26 मार्च तक बजट सत्र की रिसेस थी और आज दोपहर बाद सदन की कार्यवाही शुरू होगी। प्रश्नकाल के साथ सदन की कार्यवाही शुरू होगी और आज से अनुदान मांगों पर चर्चा होगी। इस दौरान विपक्षी सदस्य कई मामलों पर कटौती प्रस्ताव पेश करेंगे और उन पर सदन में चर्चा होगी। आज प्रश्नकाल के दौरान मनरेगा का मामला उठेगा। बीजेपी सदस्य महेंद्र सिंह ने सवाल किया है कि मनरेगा को केंद्र से कितनी मदद मिली है और लेबर और मेटीरियल कंपोनेंट में कितना-कितना पैसा मिला है। उन्होंने लेबर की पेमेंट सीधे खातों में करने को लेकर भी सवाल किया है और अब तक कितने मनरेगा मजदूरों को पैसा सीधे खातों में दिया गया है। ग्रामीण विकास मंत्री अनिल शर्मा इसका उत्तर देंगे।
सदन में प्रधानमंत्री कृषि फसल बीमा योजना को लेकर सदन में हो-हल्ला हो सकता है। बीजेपी सदस्य गुलाब सिंह ठाकुर, रणधीर शर्मा और नरेंद्र ठाकुर ने इसे लेकर सवाल किए हैं और सरकार से इस संबंध में विस्तृत जानकारी मांगी गई है। वहीं, सौर उर्जा के लिए केंद्र से मिली राशि को लेकर भी तीन सदस्यों ने सवाल किए हैं। कांग्रेस सदस्य किशोरी लाल और अनिरुद्ध सिंह के साथ-साथ बीजेपी सदस्य इंद्र सिंह ने इस संबंध में सवाल किए हैं। सदन में शाहपुर की विधायक सरवीण चौधरी उनके हलके की सड़कों की डीपीआर न बनने का मामला उठाएंगी।
सड़कों की डीपीआर की स्थिति को लेकर उन्होंने सवाल किया है। इसके अलावा सदन में राजधानी के संजौली कालेज में हुए वित्तीय गड़बड़झाले को लेकर बीजेपी सदस्य सुरेश भारद्वाज ने सवाल किया है और इससे जुड़ी जानकारी मांगी है। सदन में आज विधानसभा की कई समितियों के सभापति अपनी-अपनी रिपोर्ट भी पेश करेंगे और सभापटल पर रखेंगे।
आज से सदन में बजट अनुमानों की अनुदान मांगों पर चर्चा शुरू होगी और विपक्षी सदस्य कई मामलों पर कटौती प्रस्ताव पेश करेंगे। आज सदन में नए संस्थान खोलने और फिजूलखर्चों में कटौती को लेकर अनुदान मांगों पर चर्चा होगी। इस पर सरकार की ओर से जवाब दिया जाएगा। भोरंज विधानसभा के उपचुनाव के मद्देनजर विधानसभा के बजट सत्र के जल्द समाप्त होने की संभावना जताई जा रही है। भोरंज उपचुनाव के लिए प्रचार अब गति पकड़ेगा, लेकिन दोनों दलों के नेता सदन में होंगे। ऐसे में यह संभावना जताई जा रही है कि सत्र को समय से पहले समाप्त किया जा सकता है। इसे लेकर सदन में ही कोई फैसला होगा कि सत्र को कब समाप्त करना है।
बताते हैं कि सत्तापक्ष और विपक्ष की आपसी सहमति से ही ऐसा होगा। यदि ऐसा होता है तो बजट के पास होने के बाद सदन की कार्यवाही अनिश्चितकालीन के लिए स्थगित हो सकती है। यानी इस सप्ताह सत्र चलेगा और शनिवार से फिर सदन की कार्यवाही स्थगित हो सकती है, लेकिन इसका फैसला सदन में ही होगा। अभी तक इस बात को लेकर किसी की भी तरफ से कोई प्रस्ताव विधानसभा में नहीं आया है।
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